चुनाव आयोग ने बीएसईएस से किया जवाब-तलब

पूर्वी दिल्ली :बिजली कंपनी बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड की तरफ से उपभोक्ताओं को बांटे जाने वाले बिजली के बिलों के माध्यम से कांग्रेस का प्रचार करने के मामले को चुनाव आयोग ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में बीएसईएस के वरिष्ठ अधिकारियों को नोटिस जारी कर स्थिति स्पष्ट करने के आदेश दिए गए हैं। पूरे मामले को आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन बताया है।

इस मामले को दैनिक जागरण ने प्रमुखता के साथ उठाया था। इस पूरे मामले में भाजपा नेता कमल जैन ने पूर्वी जिले के जिला चुनाव अधिकारी एवं मुख्य चुनाव अधिकारी से लिखित में शिकायत की गई थी। शिकायत के साथ बीएसईएस की ओर से जारी बिजली के बिल की प्रति भी भेजी गई थी। शिकायत में कहा गया था कि बीएसईएस की ओर से जो बिजली के बिल भेजे गए हैं, उसमें देय तिथि 29 एवं 30 अक्टूबर है। बिल जो भेजे गए उनके एक पन्ने पर बिजली कंपनी से संबंधित खबरें है। इन्हीं खबरों के बीच में फोटो के साथ दो खबरें प्रकाशित की गई हैं। इनमें एक में मयूर विहार फेस तीन में बीवाईपीएल के 51 वें ग्रिड के उद्घाटन के मौके की तस्वीर है। इसमें मुख्यमंत्री शीला दीक्षित व हारुन यूसुफ सहित बीवाईपीएल के अधिकारी दिख रहे हैं। दूसरी खबर में बीवाईपीएल द्वारा मंडोली में बनाए जाने वाले 54 वें ग्रिड के शिलान्यास की खबर व फोटो है। इस फोटो में ऊर्जा मंत्री हारुन यूसुफ व स्थानीय विधायक वीर सिंह धींगान सहित अन्य की तस्वीर है। आरोप लगाया गया था कि बीएसईएस आचार संहिता लागू होने के बाद सरकार का प्रचार कर रही है। यह सत्ता का दुरुपयोग है। आचार संहिता का उल्लंघन के इस मामले में बीएसईएस के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था।