नई दिल्ली : राजनीतिक दल चुनाव आचार संहिता के पालन को लेकर सजग हो गए हैं। जिस वजह से आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में अब कमी आने लगी है। चार अक्टूबर को चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद से 21 अक्टूबर तक विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ 313 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं 22 से 27 अक्टूबर तक मात्र 31 मामले दर्ज हुए हैं।
चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ इसके उल्लंघन के मामले भी आने लगे थे। शुरुआती दिनों में ज्यादा शिकायतें आ रही थी, लेकिन आहिस्ता-आहिस्ता इसमें कमी आने लगी है। बताया जा रहा है कि शुरुआती दिनों में आचार संहिता के बारे में पूरी जानकारी नहीं होने की वजह से राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ ज्यादा शिकायतें आ रही थीं। चुनाव आयोग की ओर से राजनीतिक पार्टियों को जागरूक करने तथा दर्ज मामले से सबक लेने की वजह से अब कम शिकायतें आ रही हैं। कई पार्टियों जानकारी के अभाव में पहले की तरह चुनाव प्रचार कर रही थीं, लेकिन जब उनके खिलाफ कार्रवाई हुई तो उन्होंने उस पर रोक लगा दी।
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आचार संहिता उल्लंघन के मामले
कुल शिकायतें-2927
कुल दर्ज मामले- 344
आप के खिलाफ- 90
भाजपा के खिलाफ- 75
कांग्रेस के खिलाफ-60
बसपा के खिलाफ -23
(27 अक्टूबर तक के आंकड़े)
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सार्वजनिक संपत्ति से हटाए गए पोस्टर, बैनर व होर्डिग-5633
निजी संपत्ति से हटाए गए पोस्टर, बैनर व होर्डिग-741
लालबत्ती लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई-12
अवैध बैठक करने के मामले-22
प्रलोभन देने के मामले-2
लाइसेंसी हथियार जमा किए गए-947
‘राजनीतिक पार्टियां चुनाव आचार संहिता के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ इसका पालन कर रही हैं। इससे इसके उल्लंघन के मामलों में भी कमी आ रही है।’
-विजय देव, दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी।