जब कोई बहुप्रतीक्षित फिल्म आने को होती है, तो अटकलें तो तेज हो ही जाती हैं। आने वाली फिल्म `कृष-3′ को ही लीजिए। कुछ लोग इसकी स्टार कास्ट, किरदार और तकनीक से प्रभावित हैं, तो कुछ इसके कमजोर संगीत को देखते हुए इसकी सफलता को लेकर आशंकित भी हैं।
हालांकि `कृष-3′ कई मामलों में कुछ नई परंपराएं भी रखने वाली है। बॉलीवुड सिनेमा में म्यूटेंट के कॉन्सेप्ट को संभवतः पहली बार परदे पर उतारने वाली फिल्म है यह। इसमें म्यूटेंट काया का रोल कर रही हैं कंगना रनोट। `कृष-3′ के माध्यम से विलेन के किरदार को भी एक नया आयाम मिलेगा।
विलेन `काल’ की भूमिका में विवेक ओबेरॉय का कहना है कि मुगेंबो के बाद उनके द्वारा निभाए गए काल के किरदार को लोग याद रखेंगे। फिल्म में दो हीरोइनें हैं, लेकिन दूसरी हीरोइन का किरदार कई मायनों में फीमेल लीड से बढ़कर है।
म्यूटेंट के किरदार को परदे पर साकार करने में कंगना अगर सफल होती हैं, तो यह उनकी निजी उपलब्धि तो होगी ही, फिल्मों में सेकंड और फर्स्ट लीड के बीच खिंची खाईं भी भरने में मदद मिलेगी।
निर्माता-निर्देशक राकेश रोशन इस फिल्म के माध्यम से फिल्म के हर पहलू को एक और बड़ा कैनवास दे रहे हैं। फिर चाहे बात किरदारों की हो या कि कहानी की या कि तकनीक की। खबर है कि `कृष’ मास्क पर ही 54 लाख का खर्च आया है।
साथ ही स्पेशल इफेक्ट्स का भी फिल्म में खूब प्रयोग हुआ है। कहा यह भी जा रहा है कि स्पेशल इफेक्ट्स पर भी राकेश रोशन ने कई करोड़ खर्च कर दिए हैं। फिल्म में ग्लैमर के लिए प्रियंका चोपड़ा और कंगना की डबल डोज भी रखी गई है।
फिल्म के लिए कोई कसर छोड़ी नहीं गई है, लेकिन फिल्म का म्यूजिक कुछ खास प्रभाव नहीं छोड़ रहा है। स्पेशल इफेक्ट्स के नतीजों पर भी शंका जाहिर की जा रही है। इससे पहले शाहरुख खान की सुपरहीरो फिल्म `रा.वन’ का हश्र तो सभी देख ही चुके हैं।
`रा.वन’ को उसके संगीत की बदौलत बढ़िया ओपनिंग मिली थी। `कृष-3′ के मामले में यह भी कमजोर दिख रहा है। फिल्म एक नवंबर को रिलीज होगी। देखना है कि दर्शक फिल्म के बारे में क्या राय देते हैं।