कम हो रहे चुनावी अखाड़े के सूरमा
उम्मीदवारों की लंबी सूची में से मनपसंद उम्मीदवार का नाम खोजना मतदाताओं के लिए बड़ी चुनौती होती है, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में यह समस्या दूर हो रही है। पहले विधानसभा चुनाव के बाद चुनावी अखाड़े में उतरने वाले सूरमाओं की संख्या में काफी कमी आई है।
वर्ष 1993 में हुए विधानसभा चुनाव में न सिर्फ मतदाताओं में भारी उत्साह था बल्कि चुनाव लड़ने वाले भी खासे उत्साहित थे। उस चुनाव में 1316 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे थे। सबसे ज्यादा नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र में 45 उम्मीदवार मैदान में थे। जबकि प्रति विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारों की औसत संख्या 19 थी। औसत उम्मीदवारों के हिसाब से देखा जाए तो प्रत्येक मतदान केंद्र पर दो ईवीएम (इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन) लगाने की जरूरत पड़ी थी, क्योकि एक ईवीएम में मात्र 16 बटन होते हैं।
उम्मीदवारों की इतनी संख्या बाद के किसी भी विधानसभा चुनाव में देखने को नहीं मिली। कुल व औसत उम्मीदवारों की संख्या में कमी आने के साथ बाद के चुनावों में 15 से ज्यादा उम्मीदवारों की संख्या वाले विधानसभा क्षेत्रों की संख्या भी कम हो गई। पहले चुनाव में जहां ऐसे विधानसभा क्षेत्रों की संख्या 46 थी वहीं पिछले चुनाव में इस तरह के 15 विधानसभा क्षेत्र थे। पिछली बार तो घोंडा विधानसभा क्षेत्र से मात्र तीन उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे।
ऐसा माना जाता है कि अधिकतर उम्मीदवार चुनाव लड़ने को लेकर गंभीर नहीं होते हैं। शौकिया तौर पर चुनाव मैदान में उतरते हैं, जबकि कई दूसरे उम्मीदवारों को अप्रत्यक्ष सहयोग देने के लिए चुनाव मैदान में नजर आते हैं। उनकी चुनाव खर्च सीमा व वाहनों का उपयोग कोई और उम्मीदवार करता है। इस तरह के उम्मीदवारों पर चुनाव आयोग अब कड़ी नजर रखेगा।
1993 का विधानसभा चुनाव :-
कुल उम्मीदवार-1316
प्रति विधानसभा क्षेत्र से औसत उम्मीदवार-19
सबसे कम उम्मीदवार- 8 (बवाना विधानसभा क्षेत्र)
सबसे अधिक उम्मीदवार-45 (नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र)
1998 का विधानसभा चुनाव :-
कुल उम्मीदवार-815
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से औसत उम्मीदवार-12
सबसे कम उम्मीदवार- 5 (शकूरबस्ती विधानसभा क्षेत्र)
सबसे अधिक उम्मीदवार-47 (नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र)
2003 का विधानसभा चुनाव :-
कुल उम्मीदवार-817
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से औसत उम्मीदवार-12
सबसे कम उम्मीदवार- 4 (मंगोलपुरी विधानसभा क्षेत्र)
सबसे अधिक उम्मीदवार-29 (नसीरपुर विधानसभा क्षेत्र)
2008 का विधानसभा चुनाव :-
कुल उम्मीदवार-875
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से औसत उम्मीदवार-13
सबसे कम उम्मीदवार- 3 (घोंडा विधानसभा क्षेत्र)
सबसे अधिक उम्मीदवार-25 (नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र)
पिछले चार विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों की संख्या :-
उम्मीदवार – 1-2-3-4-5- 6 से 10-11 से 15 -15 से ज्यादा
1993-विस क्षेत्र- 0-0-0-0- 0- 4-20-46
1998-विस क्षेत्र 0-0-0-0-0-1-32-27
2003-विस क्षेत्र 0- 0-0 -1-1 -29- 29-10
2008-विस क्षेत्र 0-0-1-0-1-23-30-15