नई दिल्ली : नवीनीकरण के बाद कनॉट प्लेस (सीपी) के विभिन्न ब्लॉक तथा मिडिल सर्किल में बनाए गए टनल की देखरेख का काम एनडीएमसी (नई दिल्ली नगरपालिका परिषद) के लिए चुनौती बन गया है। एनडीएमसी ने गत जुलाई में सीपी के विभिन्न ब्लाकों का रखरखाव निजी कंपनियों के हाथों में सौंपने का फैसला लिया था ताकि सीपी हमेशा चमकता हुआ दिखाई दे। लेकिन सीपी के नवीनीकरण में हुई देरी से निर्माण से जुड़ी कंपनी की फजीहत हुई, रखरखाव के लिए कोई भी बड़ी कंपनी सामने नहीं आ रही है।
पिछले दिनों एनडीएमसी के सिविल विभाग के मुख्य अभियंता अनंत कुमार ने सीपी के नवीनीकरण का काम करने वाली कंपनी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआइएल) को अगले दो वर्ष के लिए देखरेख का काम सौंपने के लिए पत्र लिखा तो उसने भी हाथ खड़े कर दिए। इस काम का अनुभव नहीं होने की दलील देकर रखरखाव के लिए अन्य कंपनी की मदद लेने की सलाह दी है। फिलहाल कनॉट प्लेस के विभिन्न ब्लॉक तथा यहां बने जनसुविधा परिसर की सफाई का काम एनडीएमसी के सफाई कर्मचारी ही देख रहे हैं।
एनडीएमसी के सिविल विभाग ने पानी-बिजली की निर्बाध आपूर्ति और सफाई के काम को निजी कंपनी को देने के साथ-साथ मिडिल सर्किल में बनाए गए अंडरग्राउंड सर्विस टनल (भूमिगत सेवा सुरंग) की देखरेख निजी कंपनी से कराने को इच्छुक है। इस संबंध में तैयार प्रस्ताव विधानसभा चुनाव के बाद परिषद की बोर्ड मीटिंग में सदस्यों के समक्ष रखा जाएगा।
सिविल विभाग के मुख्य अभियंता के अनुसार, कनॉट प्लेस में जनसुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए देश के कई नागरिक संस्थाओं और भारत सरकार के कई विभागों की जनसुविधाओं का अध्ययन कर प्रस्ताव तैयार किया गया है। कनॉट प्लेस के सभी आठ रेडियल (ब्लॉक) में जनसुविधाओं को बेहतर करने के लिए कार्यो का बंटवारा कई हिस्सों में किया गया है।
बता दें कि कनॉट प्लेस को संवारने का काम अक्टूबर 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेल से पूर्व 30 जून 2010 तक पूरा होना था। तय डेडलाइन के तीन साल बाद भी कनॉट प्लेस में योजना के तहत काम पूरा नहीं हो पाया है। यहां बचे खुचे काम को इसी माह यानी 31 अक्टूबर तक पूरा करने की बात कही गई है।