आसाराम की फांसी के लिए सत्याग्रह पर बैठा बाबा
यौन शोषण मामले में फंसे आसाराम के खिलाफ वृंदावन के मोहना नंद उर्फ लाल बाबा ने अपनी पत्नी को गायब करने का आरोप लगाते हुए सत्याग्रह शुरू किया है।
शनिवार को लाल बाबा ने गोरखपुर कलेक्ट्रेट में सत्याग्रह किया। इसके पहले वह कई अन्य स्थानों पर भी सत्याग्रह कर चुके हैं।
लाल बाबा का कहना है कि तीर्थाटन के दौरान नौ फरवरी वर्ष 2009 को पत्नी रामदासी के इलाज के लिए वह आसाराम के अहमदाबाद आश्रम में गए थे, जहां से उनकी पत्नी गायब हो गईं।
लाल बाबा ने आरोप लगाया है कि पत्नी रामदासी को उन्होंने महिला आश्रम में भेजा। कुछ देर बाद जब वह उन्हें ढूंढते पहुंचे तो अंदर नहीं जाने दिया गया। आश्रम के संचालक योगेश ने भी उन्हें टाल दिया।
काफी कोशिशों के बाद चांदखेड़ा पुलिस चौकी में उनकी तहरीर ली गई और आश्रम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन उनकी पत्नी नहीं मिली।
लाल बाबा गृह राज्य मंत्री, महिला और मानवाधिकार आयोग तथा राज्यपाल से भी फरियाद कर चुके हैं। उनका आरोप है कि 17 अक्तूबर को वृंदावन में एक सुबह उन पर जानलेवा हमला भी हुआ, जिसके बाद वह आसाराम की फांसी और उनके खिलाफ लोगों को जागरूक करने सत्याग्रह पर चल दिए हैं।
उन्होंने बताया कि अगले दिन उनका सत्याग्रह बिहार में होगा।