राहुल गांधी इन दिनों दागी नेताओं से जुड़े अध्यादेश पर दिए गए क्रांतिकारी बयान को लेकर चर्चा में हैं।
अध्यादेश को फाड़कर फेंकने वाले उनके बयान ने भले ही प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की एक बार फिर दुनियाभर में किरकिरी कर दी हो, लेकिन वह फिर पोस्टर ब्वॉय बन गए हैं।
इसी का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस ने अच्छा मौका भी तलाश लिया है। इधर भारतीय जनता पार्टी को यूपी में उछालने के लिए मोदी भाषण्ा दे रहे होंगे, उधर से राहुल गांधी भी मैदान में उतर चुके होंगे।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मिस्त्री व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. निर्मल खत्री ने बताया कि राहुल गांधी की अक्टूबर में सूबे में चार रैलियां होंगी।
राहुल की पहली रैली 9 अक्तूबर को अलीगढ़ और रामपुर में होगी और दूसरी रैली 22 अक्तूबर को हमीरपुर और सलेमपुर बलिया में।
रैली के इस कार्यक्रम से यह भी तय हो गया है कि कांग्रेस भी मुस्लिम वोट को अपने पाले में करने की पूरी जोर आजमाइश करना चाहती है।
राहुल की धन्यवाद रैलियां
जब खत्री से पूछा गया कि अन्य राजनीतिक दलों को सपा सरकार रैली करने की अनुमति नहीं दे रही है ऐसे में कांग्रेस की रैली में कोई दखल तो नहीं आएगा। इस पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की रैलियां धन्यवाद रैलियां है। कांग्रेस की रैलियों से सरकार को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
मिस्त्री ने यह जानकारी भी दी कि प्रदेश में लोकसभा प्रत्याशियों का चयन जिला कमेटी के फीडबैक के आधार पर होगा। हर जिले से तीन अच्छे प्रत्याशियों के नाम मंगाए जाएंगे। उसके बाद, तीन में से एक का चयन किया जाएगा।
मिस्त्री ने अखिलेश सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि सपा सरकार जनता के हितों को ध्यान में रखकर काम नहीं कर रही है। उनका कहना था कि राजनीति के खेल में जतना हाशिए पर पहुंच गई है।