नई दिल्ली। डीजल और बिजली की कीमतों में बढ़ोतरी के असर को काटने के लिए रेलवे अब तत्काल स्कीम मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के एसी फर्स्ट क्लास के अलावा पैसेंजर ट्रेनों में भी लागू करने पर विचार कर रहा है। अभी तत्काल स्कीम शताब्दी ट्रेनों के एसी एक्जीक्यूटिव व एसी चेयरकार के अलावा मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के सेकेंड एसी, थर्ड एसी और स्लीपर क्लास में लागू है। फर्स्ट एसी में यह लागू नहीं है।
इस स्कीम को ऐसे सभी पैसेंजर ट्रेनों में लागू किया जाएगा जिनमें स्लीपर क्लास के डिब्बे होंगे और कम से कम 60 फीसद रिजर्वेशन होगा। इसके लिए जोनल रेलों को पैसेंजर ट्रेनों की पहचान करने के लिए कहा गया है। पैसेंजर ट्रेनों में भी उतना ही तत्काल कोटा रहेगा जितना मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में होता है। स्लीपर क्लास के लिए लागू तत्काल की न्यूनतम दर ही पैसेंजर ट्रेनों पर लागू होगी। तत्काल के तहत सेकंड क्लास के लिए बेसिक किराये (कुल किराये से कम होता है) का दस फीसद और अन्य दर्जो के लिए 30 फीसद राशि वसूली जाती है।
ईधन खर्च पर बढ़े दबाव को कम करने के लिए रेलवे कमाई के नए-नए उपाय तलाश रहा है। वैसे भी इस साल के रेल बजट से पहले और रेल बजट में जिस तरह किराये-भाड़ों में जमकर बढ़ोतरी की गई उससे निचले दर्जो और पैसेंजर ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम हुई है। इसके अलावा बेटिकट यात्रियों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है।
इससे चिंतित रेल प्रशासन ने पूरे देश में जबरदस्त टिकट चेकिंग अभियान छेड़ दिया है। पिछले दिनों दिल्ली, हावड़ा, लखनऊ, पटना, भोपाल, नागपुर, पुणे, विजयवाड़ा तथा चेन्नई में चलाए गए इस तरह के अभियान में 10,338 बेटिकट यात्रियों और 16,550 अनियमित यात्रियों (जो निचले दर्जे का टिकट ले ऊपरी दर्जे में सफर कर रहे थे) को पकड़ा गया। उनसे जुर्माने के रूप में लगभग 49 लाख रुपये की वसूली की गई।