इंदौर।। यौन शोषण के आरोपों में घिरे आसाराम बापू को शनिवार आधी रात इंदौर आश्रम से गिरफ्तार करने के बाद राजस्थान पुलिस उन्हें जोधपुर ले आई है। जोधपुर पहुंचने पर वह पुलिस स्टेशन जाने से आनाकानी करते रहे। बताया जा रहा कि वह पुलिस से कहते रहे कि हवालात जाने पर वह अपवित्र हो जाएंगे। करीब 20 मिनट तक पुलिस उन्हें समझाती रही। इसके बाद उन्हें पूछताछ के लिए पुलिस लाइन ले जाया गया। इससे पहले इंदौर से सुबह साढ़े सात बजे आसाराम को फ्लाइट से पहले दिल्ली और फिर वहां से दूसरी फ्लाइट से दोपहर 12 बजे जोधपुर लाया गया।
लोग सता रहे हैं मुझेः जोधपुर लाए जाने के बाद एयरपोर्ट से बाहर आते हुए आसाराम ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि लोग उन्हें सता रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि उन्हें कौन सता रहा है, तो उनका जवाब था, ‘देश और लोग समझते हैं।’ इससे पहले दिल्ली आते हुए प्लेन में आसाराम कभी माला जपते रहे, तो कभी आंखें मूंदे ध्यान लगाने की कोशिश करते दिखे।
आसाराम से अब जोधपुर पुलिस पूछताछ करेगी और फिर उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। समर्थकों के संभावित हंगामे को देखते हुए जोधपुर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। RAC की चार कंपनियां तैनात की गई हैं। इसके साथ ही आसाराम बापू के जोधपुर आश्रम को भी खाली करवा दिया गया है। जोधपुर से बाहर के आसाराम समर्थकों को शहर में घुसने नहीं दिया जा रहा है।
इससे पहले ‘लुकाछिपी’ के खेल के बाद शनिवार आधी रात राजस्थान की जोधपुर पुलिस ने आसाराम को इंदौर आश्रम से अरेस्ट कर लिया। आसाराम को रात भर इंदौर एयरपोर्ट पर रखने के बाद रविवार सुबह साढ़े सात बजे राजस्थान पुलिस की टीम उन्हें लेकर इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट AI-635 से दिल्ली के रास्ते जोधपुर के लिए रवाना हुई।
आठ घंटे तक कराया इंतजारः इंदौर आश्रम में गिरफ्तारी से बचने के लिए आसाराम बापू ने खूब बहानेबाजी की। जोधपुर पुलिस की टीम मेडिकल रिपोर्ट के साथ आश्रम पहुंची थी कि आसाराम से पूछताछ करने में सेहत को लेकर कोई समस्या नहीं है। जोधपुर पुलिस को आश्रम के पास करीब 8 घंटे तक इंतजार के बाद आसाराम को अरेस्ट करने में सफलता मिली।
सत्संग का नाटक भी बेअसरः आसाराम के बेटे नारायण साई ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में दावा किया था कि उनके पिता को ट्राइजेमिनल न्यूरेलजिया नाम की तंत्रिका संबंधी बीमारी है और इसलिए वे जोधपुर जाने की हालत में नहीं हैं। जब जोधपुर पुलिस टीम उनसे पूछताछ करने आश्रम पहुंच गई तो आसाराम ने सत्संग शुरू कर दिया। सत्संग में आसाराम ने कहा कि अगर वह जेल जाएंगे तो बड़े-बड़े लोगों की इच्छा पूरी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मेरी गिरफ्तारी होगी तो 4 करोड़ साधकों के दिल भी जेल में होंगे।’ बाद में जब सत्संग समाप्त हुआ तो वह आराम करने चले गए। इस बीच उनके समर्थक लेट गए ताकि पुलिस उन तक नहीं पहुंच सके। मगर, पुलिस टीम अड़ी रही और आखिर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सोफे पर बिताई रातः पुलिस टीम जब उन्हें अपने साथ ले गई, तब उन्होंने अपना मुंह ढका हुआ था। रात में उन्हें एयरपोर्ट के वीआईपी लाउंज ही रखा गया। आसाराम ने सोफे पर सोकर ही रात बिताई। इंदौर एयरपोर्ट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
इससे पहले शनिवार को दिन भर आसाराम के इंदौर आश्रम में होने को लेकर विरोधाभासी खबरें आती रहीं। सुबह से ही इंदौर पुलिस कह रही थी कि वह आश्रम में नहीं हैं। हालांकि इसी बीच आश्रम में उनके समर्थकों एवं अनुयायियों की भीड़ भी जुटनी शुरू हो गई। करीब 7 हजार समर्थकों के इंदौर पहुंचने का दावा किया गया। पुलिस के सीनियर अधिकारी आसाराम के आश्रम पहुंच गए थे। कहा जा रहा था कि इंदौर के डीएम भी आश्रम में मौजूद थे। जोधपुर पुलिस की 15 सदस्यीय टीम भी इंदौर पहुंच गई। मगर, आसाराम बीमारी की वजह बताते हुए पुलिस के सामने आने को तैयार नहीं थे। उनके बेटे नारायण साईं ने कहा कि आसाराम कहीं भागे नहीं हैं। वह आश्रम में ही हैं, लेकिन बीमार हैं। जब उनकी तबीयत ठीक हो जाएगी तो वह जांच में सहयोग करेंगे और खुद पुलिस टीम के सामने हाजिर हो जाएंगे। मगर, जोधपुर पुलिस टीम मानने को तैयार नहीं थी। पुलिस ने बीमारी से जुड़ी रिपोर्ट मांगीं। इन रिपोर्टों की जांच के बाद पुलिस टीम ने पाया कि पूछताछ के लिहाज से आसाराम फिट हैं। इसके बाद यह तय हो गया कि आसाराम अब नहीं बच पाएंगे।