नई दिल्ली। सरहद पर भारतीय सैनिकों की हत्याओं और बढ़े आतंकी हमलों के बीच न्यूयॉर्क में हुई प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह व उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ की मुलाकात में सीमा पर तनाव और आतंकवाद पर लगाम का मुद्दा छाया रहा। भारतीय प्रधानमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि रिश्ते के अगले किसी भी पहलू पर आगे बात तभी संभव है जब नियंत्रण रेखा पर शांति कायम हो। मनमोहन और शरीफ की इस मुलाकात से कोई ठोस नतीजा तो नहीं निकला, लेकिन उनकी ओर से घोषणा की गई कि दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) बैठक कर सरहद पर अमन के उपाय करेंगे।
नवाज शरीफ की ओर से कथित तौर पर आए विवादास्पद बयान के बावजूद भारतीय प्रधानमंत्री ने रविवार को न्यूयॉर्क पैलेस होटल में उनकी मेजबानी की। करीब एक घंटे की इस मुलाकात में प्रधानमंत्री ने सीमा पर पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई में भारतीय सैनिकों की हत्या के अलावा एलओसी पर लगातार हो रहे संघर्ष विराम उल्लंघन का मामला उठाते हुए कहा कि संबंध सुधार की किसी भी कोशिश से पहले जरूरी है कि सीमा पर मौजूदा तनाव को कम किया जाए।
बैठक के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा कि सीमा पर संघर्ष विराम कायम रखने और सैनिकों की हत्या जैसी घटनाओं का दोहराव रोकने के लिए भारत और पाक के डीजीएमओ को उपाय खोजने के लिए कहा गया है। मेनन के मुताबिक पीएम ने कहा कि आतंकवाद और खासतौर पर मुंबई आतंकी हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई जरूरी है। जवाब में शरीफ ने पाकिस्तानी न्यायिक आयोग के हालिया दौरे का हवाला देते हुए कार्रवाई का भरोसा दिया। पीएम ने लश्कर सरगना हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा के लिए पाकिस्तान की पंजाब सरकार की ओर से बजटीय मदद का मामला भी उठाया।
बातचीत के दौरान शरीफ पाकिस्तान को भी आतंकवाद का बराबरी का शिकार बताना नहीं भूले। साथ ही उन्होंने बलूचिस्तान में हिंसा के पीछे भारत पर तोहमत की रस्म भी दोहराई। लेकिन, मेनन के मुताबिक पीएम ने शरीफ को स्पष्ट किया कि भारत किसी पड़ोसी मुल्क के अंदरूनी मामलों में दखल नहीं देता है और यदि उनके पास कोई सुबूत हों तो सामने रखें। शरीफ ने सियाचिन और सरक्रीक के मुद्दे भी उठाए।
लंबे अर्से बाद दोनों मुल्कों के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात में व्यापार और कारोबारी रिश्तों की बेहतरी का भी जिक्र हुआ। मेनन ने हालांकि कहा कि इन सभी मसलों पर आगे बढ़ने से पहले मौजूदा स्थिति का समाधान जरूरी है। उल्लेखनीय है कि बीते कुछ महीनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव खासा बढ़ा है। सीमा पर पाक फौज की कार्रवाई के चलते दो भारतीय सैनिकों के सिर कलम किए जाने की वारदात हुई। भारतीय हद में घुसपैठ कर पांच भारतीय सैनिकों की हत्या कर दी गई। सीमा पर पाकिस्तान की ओर से इस साल करीब 150 बार संघर्ष विराम उल्लंघन किया जा चुका है। कश्मीर घाटी में घुसपैठ और आतंकी घटनाओं का ग्राफ भी बढ़ा है।
मनमोहन ने शरीफ को दिया भारत आने का न्योता
मेनन ने बताया कि नवाज शरीफ ने भारतीय प्रधानमंत्री को पाकिस्तान आने और मनमोहन सिंह ने शरीफ को भारत आने का न्योता दिया। दोनों ने न्योता स्वीकार लिया है, लेकिन इसकी तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं।