पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वीके सिंह के सार्वजनिक बयानों ने नई उलझन पैदा कर दी है।
प्रधानमंत्री के संग अमेरिकी यात्रा पर जा रहे भारतीय पक्ष का यह मानना है कि कश्मीर के मंत्रियों को सेना की ओर से फंडिंग जैसे गैर जिम्मेदाराना बयान से पड़ोसियों को बेवजह एक मुद्दा मिल सकता हैं।
सरकार ने मामले में संयम बरतते हुए इसे काफी गंभीरता से लिया है। इसकी प्रामाणिकता तय करने के लिए गहन जांच के भी संकेत दिए हैं।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अमेरिका यात्रा में उनके साथ चल रहे वरिष्ठ अधिकारियों ने इस आशंका से इनकार नहीं किया कि ऐसे बयानों से पाकिस्तान को आरोप लगाने का एक हथियार मिल सकता है।
यह बयान जनरल सिंह ने ऐसे समय में दिया है जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सामने मनमोहन सिंह कश्मीर में पाकिस्तानी सेना की करतूतों का मुद्दा उठा सकते हैं।
माना जा रहा है कि यह बयान बिना किसी साक्ष्य के दिया गया है।