सरकार ने संकेत दिए हैं कि तेल पूल घाटे की भरपाई के लिए डीजल और रसोई गैस की कीमतों में एकमुश्त बढ़ोतरी कर सकती है।
रसोई गैस सिलेंडर में प्रति सिलेंडर 50 रुपए तो डीजल मूल्य में तीन से पांच रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी की संभावना है।
हालांकि महंगाई की इस मार के बीच पेट्रोल के दामों में अगले सप्ताह एक से डेढ़ रुपए प्रति लीटर की कमी होने की उम्मीद बनी है।
बृहस्पतिवार को पेट्रोलियम सचिव विवेक राय ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि डीजल और रसोई गैस के दाम में एकमुश्त बढ़ोतरी का मुद्दा राजनीतिक और आर्थिक चुनौती है। जिससे हम भाग नहीं सकते।
उन्होंने कहा कि कुछ बोझ तो ग्राहकों को भी उठाना होगा। दिल्ली उत्पादकता परिषद के सम्मेलन में राय ने कहा कि सरकार के समक्ष यह चुनौती है। यह एक राजनीतिक व आर्थिक चुनौती है। लेकिन चाह कर भी इस चुनौती की अनदेखी नहीं की जा सकती है।
हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि एकमुश्त कीमतों में कितनी बढ़ोतरी होगी। लेकिन जिस साफगोई से उन्होंने सरकार पर बढ़ते पेट्रोलियम सब्सिडी के बोझ की जानकारी दी।
उससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस दफा डीजल के दाम साढ़े तीन रुपए प्रति लीटर और रसोई गैस 50 रुपए प्रति सिलेंडर तक महंगा हो सकता है।
हालांकि पिछले पांच दिनों से जिस तरह से डॉलर के मुकाबले रूपए में मजबूती का रुख बना हुआ है। इससे यह भी उम्मीद की जा रही है कि तेल कंपनियां पेट्रोल के दामों में 1.50 रुपए प्रति लीटर तक की कमी कर सकती है। सीरिया संकट फिलहाल टलने से कच्चे तेल में भी गिरावट आई है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और रुपए में गिरावट के चलते सरकार ने ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी करने का मन पहले ही बना लिया था।
लेकिन यूपीए अध्यक्षा सोनिया गांधी की स्वदेश वापसी के इंतजार में इसकी घोषणा नहीं हुई थी। अब उनकी वापसी के साथ ही सरकार देर सबेर मूल्य वृद्धि कर सकती है।