उत्तर प्रदेश पुलिस ने बाइक चोर गिरोह की एक महिला सदस्य को गिरफ्तार किया है। वह अपने चार माह के बच्चे को पड़ोसी के घर में छोड़कर वारदातों को अंजाम देती थी।
मौत के कुएं में स्टंटबाजी हो या फिर शातिराना अंदाज, युवती ने सबकुछ अपने पति से ही सीखा है। वह रामपुर जिले के कैमरी गांव के राइस मिल संचालक नईम अहमद की बाइक चुराकर शनिवार दोपहर रफूचक्कर हो गई थी। बाद में काशीपुर तिराहे पर वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने उसे बाइक समेत पकड़ा।
पुलिस ने संदेह होने पर कागजात मांगे, लेकिन वह उसके पास नहीं थे और न ही लाइसेंस था। इस पर पुलिस ने बाइक की तलाशी ली तो कागजात मिले। तब पता लगा कि युवती बाइक चोरी कर भाग रही थी। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपने गिरोह के सदस्यों के बारे में जानकारी दी।
साहिबा ने बताया कि उसके गिरोह में दो लड़के व एक लड़की और हैं। उसका पति ताजिम कुछ दिन पहले ही प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी में पकड़ा गया था। उस पर भी चोरी के कई मुकदमे हैं।
उसने बताया कि वह पति के साथ ही मौत के कुएं में काम करती थी। तभी बाइक चलाना सीखा। पुलिस उसके साथियों की तलाश में जुटी है।
पुलिस को दिया था रिश्वत का लालच
थाने आने के बाद साहिबा ने पुलिस को रिश्वत का भी लालच दिया। ताकि उसे छोड़ दिया जाए। खुलेआम दरोगा से कहा कि जितने रुपए चाहिए ले लो लेकिन मुझे छोड़ दो।
मां-बाप ने तबाह की मासूम की जिंदगी
मां-बाप ने अपराध की दुनिया में आकर अपने मासूम बच्चे की जिंदगी तबाह कर दी। पिता तो पहले ही जेल में है, रविवार को मां को भी बाइक चोरी में जेल भेज दिया गया।
साहिबा ने बताया कि उसका बच्चा पड़ोसी के घर में है, लेकिन उसके चेहरे पर न तो बच्चे की चिंता दिखी और न ही अपनी करनी पर कोई पछतावा।