नई दिल्ली। भाजपा में कई दिनों से नरेंद्र मोदी के नाम पर चल रहे घमासान पर शुक्रवार को विराम लगने की पूरी उम्मीद है। इसके लिए सबसे बड़ी अड़चन लालकृष्ण आडवाणी को मनाने के लिए एक बार फिर से सुषमा स्वराज, अनंत कुमार और नितिन गडकरी उनके घर पर गए थे। लेकिन वहां से बाहर आकर सुषमा स्वराज ने कहा कि संसदीय बोर्ड की बैठक अभी तय नहीं है। वहीं खबर यह भी है कि नरेंद्र मोदी इस बैठक में शामिल होने के लिए स्पेशल चार्टड प्लेन से दोपहर तीन बजे गांधीनगर से दिल्ली के लिए रवाना होंगे। इस बीच राजनाथ सिंह ने प्रकाश सिंह बादल से भी बात की है। साथ ही उद्धव ठाकरे को भी इस बाबत जानकारी दी है। शिवसेना ने मोदी के नाम का समर्थन किया है।
इस बैठक के बाद पांच बजे नरेंद्र मोदी को पीएम पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि, आडवाणी का रुख पार्टी को परेशान कर रहा है। दरअसल, पूरा माहौल देखने के बावजूद संसदीय बोर्ड की बैठक में भी वह अपनी आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। वहीं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी आज दिल्ली आने से मना कर दिया है। राजनाथ सिंह और शिवराज सिंह चौहान ने बैठक मे शामिल होने को लेकर दिए गए किसी भी न्यौते का खंडन किया है। चौहान ने कहा है कि वे पार्टी के फैसले के साथ हैं।
आज शाम होने वाली भाजपा की संसदीय बोर्ड की बैठक में सुषमा स्वराज, मुरली मनोहर जोशी के शामिल न होने की भी खबरें हैं। हालांकि पार्टी अध्यक्ष ने उन्हें बैठक में शामिल होने को कहा है। दरअसल सुषमा स्वराज के आज हरियाणा जाने का प्रोग्राम पहले से ही तय था। वहीं मुरली मनोहर जोशी को आज मध्य प्रदेश जाना है। आरएसएस पहले ही अपनी पंसद पार्टी अध्यक्ष को बता चुका है। वहीं विहिप भी मोदी के नाम पर अपनी मुहर लगा चुका है। अब फैसला राजनाथ सिंह को करना है। लेकिन राजनाथ फैसले में सबको इकट्ठा करने की कोई कसर छोड़ना नहीं चाहते हैं। लिहाजा, गुरुवार को दिनभर अलग-अलग स्तर से सर्वसम्मति बनाने की कोशिश होती रही।