नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी का संघ ने खुलकर बचाव किया है और कांग्रेस-नीतीश पर हमला बोला है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि अगर कांग्रेस एवं अन्य राजनैतिक दल नरेन्द्र मोदी को भाजपा की ओर प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के निर्णय को आत्मघाती मानते हैं, तो फिर उन्हें परेशान होने की बजाय खुश होना चाहिए।
संघ ने अपने मुख्यपत्र द ऑर्गेनाइजर में अगले लोकसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में वैकल्पिक नेतृत्व की चर्चा करते हुए कहा कि देश इस समय नेतृत्व के गंभीर संकट का सामना कर रहा है।
भ्रष्टाचार, लुढ़कती हुई अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के खतरों का सामना करने वाला कोई नहीं है। देश का युवा वर्ग निर्णायक, विश्वसनीय और करिश्माई नेतृत्व चाहता है और नरेंद्र मोदी के रूप में वह वैकल्पिक नेतृत्व देख रहे हैं।
संघ ने कहा कि भारत को जड़ों और जमीन से जुडे़ नेतृत्व की दरकार है। वंशानुगत नेतृत्व हासिल करने वाले राहुल गांधी को बिना किसी जिम्मेदारी के पूरी सत्ता चाहिए।
अखिलेश यादव पर भी साधा निशाना
द ऑर्गेनाइजर में लिखा कि अखिलेश यादव जैसे क्षेत्रीय नवनेतृत्व बुरी तरह विफल साबित हुए हैं। देश में न तो पारिवारिक संगठन की तरह काम करने वाले और न ही संकीर्ण सोच वाली क्षेत्रीय पार्टियां कोई मजबूत नेतृत्व दे पायीं हैं।
जबकि इसके विपरीत नरेंद्र मोदी एक छोटे से गांव से उठे और जीवन के तमाम अनुभवों एवं कठिन रास्तों पर चलते हुए संगठनात्मक कुशलता की बदौलत इतनी लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचे हैं। जो सराहनीय है।
कांग्रेस और नीतीश कुमार जैसे नेताओं के मुताबिक भाजपा का यह निर्णय अगर आत्मघाती है तो फिर उन्हें खुश हो जाना चाहिए।
इसकी बजाय उनमें घबराहट है। क्योंकि वे एक जबरदस्त एवं अपराजेय चुनौती का सामना करने जा रहे हैं। संघ ने कहा कि जब यह जननेता सुशासन के मुद्दों को सामने ला रहा है।