दुष्कर्म के आरोपों में फंसे राजस्थान के पूर्व मंत्री खाद्य मंत्री बाबू लाल नागर की पोल अब खुल जाएगी।
मामले की जांच में जुटी सीआईडी-सीबी को पीड़िता ने मंगलवार को मेमोरी कार्ड के रूप में अहम सुराग दे दिया है।
इस मेमोरी कार्ड में पैसे लेकर मामला रफा-दफा करने का दबाव डालने की एक वीडियो क्लिप है और नागर के तमाम कॉलों की वॉयस क्लिप हैं।
सूत्रों के अनुसार पीड़िता ने सोमवार देर रात जांच अधिकारी को सूचना दी थी कि उसके पास इस मामले से संबंधित अहम सबूत हैं। इसके बाद अपराध शाखा की टीम ने पीड़िता के घर पहुंच कर अहम सुराग के रूप में मेमोरी कार्ड अपने कब्जे में ले लिए।
पीड़िता की ओर से दिए गए मेमोरी कार्ड में बाबू लाल नागर के छोटे भाई जयपुर जिला प्रमुख हजारी लाल नागर की ओर से भेजे गए एक करीबी रिश्तेदार श्याम की वीडियो क्लिप है।
क्या है वीडियो क्लिप में
दरअसल पीड़िता ने सौंपे मेमोरी कार्ड में जो वीडियो है उसमें श्याम पीड़िता को रुपए लेकर मामला रफ-दफा करने का दबाव बना रहा है।
इधर, मोबाइल में ऑटोमेटिक रिकॉर्डिंग वाले साफ्टवेयर से नागर की उन कॉलों की वाइस क्लिप भी मेमोरी कार्ड में है, जो पीड़िता को सरकारी बंगले में बुलाने एवं मामले से संबंधित अन्य वाइस क्लिप भी हैं।
पीड़िता पहले ही आरोप लगा चुकी है कि दो करोड़ रुपए का लालच देकर मामला रफा-दफा करने का दबाल डाला जा रहा है।
इस बार हाजिर नहीं हुए तो होगी कार्रवाई
वहीं सीआईडी सीबी ने बताया कि नागर को बुधवार तक पेश होने की चेतावनी दी जा चुकी है। इसके बाद यदि नागर हाजिर नहीं हुए, तो अगली कार्रवाई की जाएगी।
नागर की पत्नी और पुत्र के अनुसार नागर धार्मिक यात्रा पर हैं लेकिन दोनों यह बताने से कतराते रहे कि नागर किस धर्म स्थल की ओर गए हैं। उनका कहना है कि यात्रा के बाद वे स्वयं सीआईडी सीबी के समक्ष उपस्थित हो जाएंगे।
सूत्रों का कहना है कि वे शिरड़ी की ओर निकले हैं। सीआईडी सीबी ने मेमोरी कार्ड की सामग्री की जांच शुरू कर दी। जांच एजेंसी पीड़िता से गत 12 सितम्बर से 22 सितम्बर तक मोबाइल फोन पर मामले से संबंधित कॉल डिटेल निकलवा कर उसके अध्ययन में जुटी हुई है।