लखनऊ/ मुजफ्फरनगर।। मुजफ्फरनगर के एक स्थानीय कोर्ट ने बीजेपी और बीएसपी के विधायकों और एक बीएसपी सांसद समेत 16 लोगों के खिलाफ अरेस्ट वॉरन्ट जारी किया है। इन सभी पर भड़काऊ भाषण देने और लोगों को हिंसा के लिए उकसाने का आरोप लगा है।
कोर्ट ने जिन 16 जनप्रतिनिधियों और स्थानीय नेताओं के खिलाफ वॉरन्ट जारी किए हैं, उनमें बीएसपी सांसद कादिर राणा, बीजेपी एमएलए संगीत सोम और भारतेंदु सिंह, बीएसपी एमएलए नूर सलीम और मौलाना जमील, कांग्रेस नेता सईदउजमान और भारतीय किसान यूनियन प्रमुख नरेश टिकैत प्रमुख हैं।
बीएसपी सांसद कादिर राणा, विधायक नूर सलीम और जमील के खिलाफ पहले से ही गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए जा चुके थे। इसके साथ ही बीजेपी एमएलए संगीत सोम और भारतेन्द्र सिंह के खिलाफ भी वॉरन्ट जारी हुए हैं। इन सभी पर भड़काऊ भाषण देकर लोगों को हिंसा के लिए उकसाने के आरोप लगे हैं।
इस बीच, संगीत सोम ने फर्जी विडियो अपलोड करने के आरोप को खारिज कर दिया। आरोप है कि सोशल साइट्स पर अपलोड किए गए इस विडियो ने सांप्रदायिक हिंसा को फैलाने में बड़ी भूमिका निभाई।
सोम ने कहा कि अगर मैंने विवादित विडियो अपलोड किया था, तो वे साबित करके दिखाएं। कोर्ट से वॉरंट जारी होने के बावजूद सोम अभी तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं और बुधवार को विधानसभा की कार्यवाही में भी हिस्सा लिया। विधायक ने कहा, ‘यह कहा जा रहा है कि मैं फरार हूं, जबकि मैं अपने विधानसभा क्षेत्र में हूं और आज विधानसभा के सेशन में भी शामिल हुआ। मैं टीवी चैनलों से बात कर रहा हूं और गिरफ्तारी के लिए तैयार हूं।’
उन्होंने कहा कि सरकार निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रही है और वर्ग विशेष को खुश करने के लिए हम पर दबाव डाला जा रहा है और उन्हें छूट दी जा रही है। सोम ने समाजवादी पार्टी के बड़े नेता और सरकार के ताकतवर मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा कि जांच करो सब साफ हो जाएगा। प्रदेश सरकार आजम खान को बर्खास्त करके गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है।