लंदन। लड़कियों की शिक्षा के लिए अभियान चलाने पर पिछले वर्ष तालिबान की गोली का शिकार हुई पाकिस्तानी किशोरी मलाला यूसुफजई को मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल का शीर्ष पुरस्कार प्रदान किया गया है।
मलाला को मंगलवार को डबलिन में एक समारोह में अमेरिकी गायक व मानवाधिकार कार्यकर्ता हैरी बेलाफोंटे के साथ 2013 का एंबेसडर ऑफ कॉनसिएंश अवार्ड प्रदान किया गया। यह पुरस्कार उन्हें आयरलैंड के रॉक गायक व मानवाधिकार कार्यकर्ता बोनो ने दिया। डबलिन के मैन्शन हाउस में उपस्थित लोगों के समक्ष 16 वर्षीय स्कूली छात्रा मलाला ने कहा, मैंने संक्षिप्त भाषण लिखा है क्योंकि मुझे अपना होमवर्क पूरा करना है। ज्ञान और शिक्षा के मजबूत हथियार के सहारे हम युद्ध, आतंकवाद, बाल श्रम और असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ सकते हैं। हमें अपने और अन्य लोगों के उज्ज्वल भविष्य के लिए केवल कलम और किताब की जरूरत है। युद्ध और बाल तस्करी का शिकार हो रहे बच्चों का हवाला देकर मलाला ने कहा कि आप खुद से यह सवाल पूछ सकते हैं कि इसका समाधान क्या है। मेरा मानना है कि इसका एकमात्र समाधान शिक्षा है।