राहुल गांधी महाराष्ट्र में एनसीपी को ललकार रहे हैं कि अगर कांग्रेस अपने बूते पर जीती तो एनसीपी की दरकार नहीं है।
तो ऐसे शरद पवार भी हाथ पर हाथ धर कर नहीं बैठे हैं। दरअसल पवार ने कांग्रेस को दूसरे राज्यों में जोर का झटका चुपके से देने की तैयारी कर ली है।
पवार ने अपनी पार्टी के नेताओं को देश के आगामी चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को निशाने पर लेने की योजना बना ली है।
उन्होंने पार्टी के मैनेजरों को चारों राज्यों के विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार उतार कर कांग्रेस के वोट बैंक पर सेंध लगाने के निर्देश दिए हैं।
नतीजतन, दिल्ली में सभी सीटों के अलावा पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी अपने उम्मीदवार उतारने जा रही है।
एनसीपी ने दिल्ली के चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा पानी को बनाया है। पार्टी का आरोप है कि शीला दीक्षित सरकार ने अपने 15 साल में दिल्ली के लोगों से पानी पीने का हक छीन लिया है।
पार्टी के संसदीय मामलों के राष्ट्रीय सचिव कंवर प्रताप सिंह कहते हैं कि दिल्ली में जल बोर्ड शीला दीक्षित के पास रहा है। मगर आज की तारीख में वसंत कुंज में तीन करोड़ का मकान खरीदने वाले को पीने का पानी ढंग से उपलब्ध नहीं है।
उधर, पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद डी पी त्रिपाठी कहते हैं कि पार्टी का जनाधार बढ़ रहा है और उसने पिछले विधानसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।
एनसीपी के केंद्रीय नेताओं ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की प्रदेश इकाइयों से संभावित उम्मीदवारों की सूची मांगी है। पार्टी की तैयारी है कि अगले महीने की शुरूआत में ही उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया जाए।