जोधपुर।। नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोपों से घिरे आसाराम को जोधपुर के सेशन कोर्ट से सोमवार को जमानत नहीं मिली। उन्हें फिर 14 दिनों की जूडिशल कस्टडी में भेज दिया गया है। हालांकि, उनकी जमानत याचिका पर राजस्थान हाई कोर्ट से फैसला आना अभी बाकी है। हाई कोर्ट में आसाराम की पैरवी देश के मशहूर वकील राम जेठमलानी करेंगे।
इस बीच, आसाराम के एक कथित समर्थक द्वारा पीड़ित लड़की के पिता को बयान बदलवाने के लिए कथित रूप से धमकाने का मामला सामने आया है। पीड़ित पक्ष के वकील मनीष व्यास ने रविवार को एक ऑडियो टेप मीडिया में जारी किया। इसमें शाहजहांपुर आश्रम का सेवादार श्याम पेंटर पीड़ित के पिता के दोस्त शिवनाथ से कह रहा है कि यदि लड़की ने बयान नहीं बदला तो उसे जान से मार दिया जाएगा। हालांकि, यह बातचीत 30 अगस्त की है, तब आसाराम गिरफ्तार नहीं हुए थे।
वकील मनीष व्यास ने कहा कि वह हाई कोर्ट को बताएंगे कि आरोपी द्वारा परोक्ष रूप से गवाहों को डराया और धमकाया जा रहा है। ऐसे में जमानत याचिका खारिज किया जाना न्यायसंगत होगा। उन्होंने कहा कि गवाह की सुरक्षा के लिए आरोपी का जेल में रहना जरूरी है।