नई दिल्ली।। दिल्ली गैंग रेप मामले में दोषियों के वकील ने एक बार फिर बेहूदा बयान दिया है। वकील ए. पी. सिंह ने एक टीवी चैनल से कहा कि गैंग रेप पीड़िता रात में 11 बजे अपने बॉयफ्रेंड के साथ क्या करने गई थी? अगर मेरी बेटी या बहन होती तो मैं उस पर सरेआम पेट्रोल डालकर उसे जला देता। इसके पहले शुक्रवार को उन्होंने कहा था कि आरोपियों को फांसी की सजा अदालत ने दबाव में दिया है। सिंह के इस बयान पर कई सामाजिक संगठनों ने बार काउंसिल ऑफ इंडिया से उनकी लाइसेंस रद्द करने की मांग की है। वहीं, गैंगरेप पीड़िता के पिता ने मांग की कि ए. पी. सिंह पर सख्त ऐक्शन लिया जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने सीधे-सीधे अदालत के फैसले पर उंगली उठाई है।
वकील सिंह ने कहा, ‘एक लड़की पर बाप-भाई का नियंत्रण बहुत जरूरी होता है। एक महिला एक बेटी के रूप में जन्म लेती है। जन्म के समय वह अपने मां-बाप के संरक्षण में रहती है। उसका पालन-पोषण होता है। वह बड़ी होती है और पढ़ाई-लिखाई करती है। उसके बाद उसका विवाह होता है और वह सौंप दी जाती है अपने पति के पास। वह पूरी जिंदगी अपने पति के साथ रहती है। यदि समय पूर्व या समय पर उसके पति की मौत हो जाती है तब तक उसके बेटे हो चुके होते हैं और वह बेटों के संरक्षण में रहती है। उसे एक आसरा चाहिए होता है, एक संरक्षण चाहिए होता है। जब बेटे नहीं होते हैं या बाहर जाते हैं तब तक वह दादी बन चुकी होती है। तब वह अपने पोतों के साथ रहती है उसे बड़ा आनंद महसूस होता है। इसलिए कहीं न कहीं एक महिला को पुरुष का संरक्षण चाहिए होता है।’
उन्होंने कहा, ‘तथाकथित महिला संगठनों ने समाज में महिलाओं का ठेका ले रखा है। उनके दिशा-निर्देशों में समाज की यह दुर्दशा हो रही है। वे मानते हैं कि शादी से पहले सेक्स रिलेशन में कोई आपत्ति नहीं है। शादी से पहले इच्छा से कोई सेक्स रिलेशन बनाता है तो कोई बात नहीं है? यह सबसे बड़ा समाज का अत्याचार है। यह सबसे बड़ा दुराचार है जो इस तरह से घरों-परिवारों में फैल रहा है। और इस सोच के साथ हम 21वीं सदी में जाना चाहते हैं तो हमें इस तरह के रेप और दुराचारों के लिए मानसिक रूप से तैयार होना होगा।’