जानें जाती हैं तो जाएं पर दंगों पर सख्ती होः अग्रवाल

meerutमेरठ।। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नरेश अग्रवाल ने यूपी दंगों पर हैरान कर देने वाला बयान दिया है। राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने कहा है कि प्रदेश सरकार को दंगों पर सख्ती बरतनी ही चाहिए, भले ही इस कोशिश में एक दो जानें ही क्यों न चली जाएं। सूबे में सत्ता संभाल रही सरकार के बड़े नेता का यह बयान राज्य की राजनीति में नया बवाल पैदा कर सकता है।

अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कहा कि कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं और सरकार उनके खिलाफ कड़ाई कर रही है, ऐसा करते वक्त अगर एक दो लोग मर भी जाते हैं तो सरकार उसकी चिंता नहीं करेगी लेकिन किसी को भी सांप्रदायिक माहौल खराब करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एसपी के महासचिव ने सरकार से अनुरोध किया कि इस तरह की महापंचायत लगाने का मौका ही नहीं दिया जाना चाहिए।

दरअसल, बीजेपी एमएलए संगीत सोम की गिरफ्तारी और उसपर एनएसए लगाए जाने के विरोध में खेड़ा गांव में रविवार को प्रस्तावित महापंचायत पर जिला प्रशासन की तरफ से प्रतिबंध लगाए जाने के बावजूद हजारों की संख्या में लाठी, डंडे व हथियारों से लैस महिलाएं, पुरुष व बच्चे गांव के पंचायत स्थल पर पहुंच गए। इसी दौराना जिले के सारे आला अधिकारी भी वहां पहंच कर स्कूल के कार्यालय में बैठ गए।

दो घंटे तक चली पंचायत के बाद डीएम को मौके पर आकर ज्ञापन लेने के लिए कहा गया। डीएम ने पंचायत को अवैध बताते हुए वहां आने से इनकार कर दिया। इस पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण जिसमें महिलाएं भी शामिल थीं, डीएम को ज्ञापन देने कॉलेज के कार्यालय पहंचे। वहां पुलिस के साथ धक्कामुक्की के दौरान कुछ सिपाहियों ने गांव वालों पर लाठी चला दी।

ad-ncrsइससे ज्ञापन देने आए लोग वहां से महापंचायत स्थल की ओर भाग लिए। उन्हें भाग कर आता देख हजारों की संख्या में मौजूद लोग उत्तेजित हो गए और उन्होंने स्कूल के अंदर घुसकर पुलिस पर हमला बोल दिया। पुलिसवाले जान बचाने के लिए इधर-उधर छिप गए। अधिकारियों ने कॉलेज के कार्यालय का चैनल बंद करा लिया। गुस्साई भीड़ ने वहां खड़े कमिश्नर, डीएम व अन्य वाहनों में जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने पुलिस के दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया।

इसी बीच वहां बड़ी संख्या में पैरा मिलिटरी फोर्स के जवान भी आ गए। उन्होंने हवाई फायर किए। मामला सुलझता न देख उन्होने रबड़ की गोलियां भी दागी। बताया जा रहा है कि भीड़ की ओर से भी फायर हुआ। गांववालों ने काफी देर तक पुलिस से लोहा लिया। फायरिंग होने पर वे वहां से भाग कर खेतों में छिप गए। इस घटना ने दो लोग घायल हुए हैं। जिसमें से एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। मेरठ के डीएम रनदीप रिणवा ने रविवार देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस मे बताया कि खेड़ा गांव की घटना में पुलिस व पैरा मिलिटरी फोर्स के 15 जवानों को चोटें आई हैं। उन्होंने बताया कि अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।