नई दिल्ली/जोधपुर।। यौन उत्पीड़न के आरोपी आसाराम के प्रमुख सेवादार शिवा ने शुरुआती पूछताछ में पुलिस को बताया है कि आसाराम कई महिलाओं से अकेले में मिलते थे। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से अपने शिष्य और उसकी बेटी के जोधपुर आने की पूर्व सूचना भी आसाराम को शिवा ने दी थी। शिवा ने यह भी माना कि नाबालिग लड़की पर किसी पुरुष का प्रेत होने की बात कहते हुए उसे बुलाया गया था। सेवादार के इस बयान से अब आसाराम की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। 14 दिन की जुडिशल कस्टडी में भेजे गए आसाराम की जमानत याचिका पर बुधवार को सुनवाई करते हुए कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा है। कोर्ट 3 से 4 बजे की बीच फैसला सुना सकती है।
आसाराम गुरु के वेश में अपराधीः उधर, पीड़ित लड़की आसाराम को हर हाल में सजा पाते देखना चाहती है। सोमवार को मीडिया से बात करते हुए उसने आसाराम को गुरु के वेश में अपराधी करार दिया। उसने कहा कि उसे बस आसाराम को सजा मिलने का इंतजार है। उत्तर प्रदेश में अपने घर में उसने कुछ मीडियावालों से बात करते हुए कहा कि जोधपुर आश्रम में उस दिन आसाराम से मिलकर उसने बहुत बड़ी भूल की थी। वह मेरी जिंदगी का सबसे बुरा दिन था।
उसने कहा मुझे यकीन है कि मेरा सबसे अच्छा दिन जल्द आएगा। मैं आसाराम को सजा पाते हुए देखना चाहती हूं। पीड़ित लड़की ने साथ ही कहा कि इस गुरु को कभी भी बच्चों से मिलने की इजाजत नहीं मिलनी चाहिए। पीड़ित लड़की की मां ने कहा कि हमें इस बात का पता नहीं था कि आश्रम में शैतान भी होते हैं। हम श्रद्धा में अंधे हो गए थे।
रिश्तेदारों को धमकी: उधर, आसाराम के समर्थकों ने पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है। लड़की के पिता ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली में उनकी ससुराल में आसाराम के कुछ लोग पहुंच गए। इन लोगों ने कहा कि अभी तक जो हुआ, उससे निपट लेंगे। अब लड़की के पिता को समझाएं कि सीबीआई जांच की रट न लगाएं। मुंह बंद नहीं किया तो सात पुश्तें नहीं बचेंगी। पीड़ित पिता ने कहा कि उनके सभी रिश्तेदार खासे डरे हुए हैं। उन्हें भी अपनी जान की फिक्र सता रही है। उन्होंने धमकी के बारे में पुलिस को अवगत करा दिया है और पुख्ता सुरक्षा की मांग की है।