पिछला महीना भारत की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि अगस्त महीने में रुपया लगातार पिटता रहा है।
लेकिन यह महीना ऑटो इंडस्ट्री के लिए अच्छा कहा जाएगा, जहां रुपए की मार के बावजूद सेल्स में इजाफा दर्ज किया गया।
भारतीय ऑटो इंडस्ट्री में पिछले 9 महीनों से गिरावत ही देखने को मिली है। लेकिन अगस्त का महीने ऑटो इंडस्ट्री के लिए ठीक माना जाएगा। इस महीने में पैसेंजर कारों की बिक्री 15.37 फीसदी बढ़ी।
कारदेखो की रिपोर्ट के अनुसार अगस्त 2013 को ऑटो कंपनियों ने 1,33,486 यूनिट बेचीं। जबकि पिछले साल इस महीने में कुछ कारों की बिक्री 1,15,705 यूनिट ही थी।
यह आकड़े सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफेक्चर (एसआईएएम) ने जारी किए है। पिछले महीने मोटरसाइकिल की बिक्री में भी 6.68 फीसदी का इजाफा हुआ है।
पिछले साल अगस्त 2012 में भारत में मोटरसाइकिल की कुल 10,97,598 यूनिट की बिक्री हुई थी, जबकि इस साल अगस्त 2013 में 11,28,598 यूनिट बेची गई हैं।
कमर्शियल वाहन की बात करें, तो यहां 23.11 फीसदी का घाटा हुआ है। पिछले साल 66,767 यूनिट बेची गईं, जबकि इस साल यह संख्या घटकर 51,334 पर आ गई।
वाहनों की सभी कैटागरी की कुल बिक्री में 4.47 फीसदी का इजाफा हुआ है। सभी रजिस्टर्ड कैटेगरी में अगस्त 2013 तक कुल 14,12512 वहनों की बिक्री हुई है, जबकि अगस्त 2012 में इनकी संख्या 13,52,025 थी।