अहमदाबाद।। पुलिस से बचने के लिए आसाराम के तमाम दांव फेल होते नजर आ रहे हैं। आसाराम ने शुक्रवार की शाम गुजरात हाई कोर्ट में ट्रांजिट बेल की अर्जी दायर की। लेकिन, हाई कोर्ट ने कहा कि आपकी अर्जी में दम नहीं है। आप अर्जी वापस लीजिए नहीं तो खारिज हो जाएगी। आसाराम के वकील ने ट्रांजिट बेल की अर्जी वापस ले ली।
गौरतलब है कि जोधपुर पुलिस ने समन जारी कर आसाराम को 30 अगस्त तक पेश होने को कहा था। आसाराम ने और वक्त मांगा था, मगर पुलिस ने इससे इनकार कर दिया। जोधपुर पुलिस ने कहा है कि वह शुक्रवार तक ही इंतजार करेगी। इसके बाद जहां कहीं आसाराम होंगे वहीं जाकर टीम उनसे पूछताछ करेगी। कानून के जानकारों का कहना है कि पूछताछ के बाद आसाराम बापू की गिरफ्तारी तय है।
नाबालिग लड़की से यौन शोषण के मामले में फंसे आसाराम कोर्ट की शरण लेने से पहले अचानक बीमार भी पड़े थे। आसाराम के बेटे नारायण साईं ने भोपाल में बताया कि अचानक तबीयत खराब होने की वजह से उनके पिता जोधपुर नहीं जा सकेंगे। उन्होंने बताया कि फ्लाइट का टिकट आ चुका था, लेकिन तबीयत खराब होने से वह नहीं नहीं जा सके। लेकिन, पुलिस उनके इस दावे को गंभीरता से नहीं ले रही। सूत्रों के मुताबिक उनके दावे के बावजूद पुलिस उन्हें कोई ढील नहीं देने वाली। अगर जरूरत पड़ी तो उनके दावे की सरकारी डॉक्टरों से भी जांच कराई जाएगी।
इसके पहले आसाराम के बेटे नारायन साईं ने कहा था कि आसाराम बापू जोधपुर पुलिस से पूरी तरह सहयोग करने के लिए तैयार हैं। यह पूछने पर कि तबीयत खराब होने पर क्या डॉक्टरों का इलाज चल रहा है, उन्होने बताया कि आसाराम अंग्रेजी दवाएं नहीं लेते हैं, उनका इलाज वैद्यराज करते हैं और पंचकर्म चिकित्सा के लिए उन्हें बुलाया गया है।’
उधर, राजस्थान पुलिस आसाराम बापू को किसी भी सूरत में मोहलत देने के मूड में नहीं है। पुलिस ने उनकी पूछताछ के लिए टीम बना दी है और साफ किया है कि आसाराम आज पेश नहीं होते हैं, तो उनसे पूछताछ के लिए टीम शनिवार को रवाना हो जाएगी और जरूरत पड़ी तो पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इस बीच जांच में सामने आया है कि लड़की बीमार थी ही नहीं। उसकी बीमारी के बहाने माता-पिता पर लड़की को जोधपुर ले जाने का दबाव बनाया गया था।