
नीतेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण राणे के बेटे हैं।
उन्होंने कहा कि यह बयान उन लोगों को लेकर था जिन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी के विकास मॉडल की तरफदारी की है।
नीतेश ने कहा, ‘मैंने केवल यही कहा था कि जो लोग मानते हैं कि मोदी बेहतर काम कर रहे हैं वह गुजरात जा सकते हैं। मेरा बयान सभी गुजरातियों को लेकर नहीं था।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने राजनीतिक रुख जताया है। मैंने स्पष्ट कहा है कि मुंबई में रहने वाले जिन लोगों को लगता है कि गुजरात महाराष्ट्र से ज्यादा विकास कर रहा है या जिन्हें लगता है कि मोदी हमसे ज्यादा गुजरात का विकास कर रहे हैं, वे वहां क्यों नहीं चले जाते।’
नीतेश ने कहा, ‘मैंने यह नहीं कहा कि सभी गुजराती ऐसे हैं, मैंने यह नहीं कहा था कि हम गुजरातियों को महाराष्ट्र से बाहर निकाल देंगे।’
उन्होंने शाकाहारी लोगों का पक्ष लेने वाली गुजराती आवासीय सोसायटियों को लेकर अपने ट्वीट में लिखा था ‘मैंने कहा था कि मुंबई में अनेक आवासीय सोसायटी हैं जो मांसाहारी लोगों को आने नहीं देती।’
उन्होंने अपने विवादास्पद पोस्ट में लिखा था, ‘शाकाहारी आसमां, शाकाहारी अस्पताल, शाकाहारी आवासीय सोसायटी। जल्दी ही शाकाहारी मुंबई। गुज्जू या तो वापस गुजरात चले जाएं या मुंबई को गुजरात बना दें। रेड अलर्ट।’ एजेंसी