नरेन्द्र भाटी ने खोली अखिलेश सरकार की पोल, कहा- मैंने 41 मिनट में कराया दुर्गा को सस्पेंड

DURGA-SHAKTI-NAGPALआईएएस दुर्गा को सस्पेंड किये जाने के मुद्दे पर अखिलेश सरकार की पोल खुल गई है. यूपी एग्रो के चेयरमैन नरेंद्र भाटी ने दावा किया है कि उन्होंने आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल को सस्पेंड कराया था। इसके लिए उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव से बात की थी।

भाटी ने गुरुवार को कहा, ‘मेरी माननीय मुलायम सिंह जी से बात हुई है. फिर माननीय अखिलेश जी से 10 बज कर 30 मिनट पर बात हुई है और फिर 11 बज कर 11 मिनट पर एसडीएम का सस्पेंशन ऑर्डर यहां कलेक्टर के पास रिसीव हो गया. यह है लोकतंत्र की ताकत. मैं आपको बताना चाहता हूं कि जिस औरत ने यहां इतनी बेहूदगी की वो उसे 40 मिनट भी नहीं झेल पाई.’

भाटी ने बताया कि सिर्फ 41 मिनट में लखनऊ से एसडीएम दुर्गा शक्ति का सस्पेंशन ऑर्डर टाइप होकर कलेक्टर के पास पहुंच गया और उस औरत (दुर्गा शक्ति) को 11 बजकर 11 मिनट पर पता लग गया कि वह सस्‍पेंड हो गयी है.

नरेन्द्र भाटी ने आगे कहा, ‘अगर कोई अच्छा काम करे तो उसे धन्यवाद भी करना चाहिए कोई, ख़राब काम करे तो उसे दंड भी मिलना चाहिए, यही लोकतंत्र की परंपरा है. यह लोकतंत्र की महिमा है. इसी से लोकतंत्र जिन्दा रहेगा. यदि हम कोई गलती करें तो हमें टोक दो, टोकने के सैकड़ों तरीके होते हैं.

‘दुर्गा का निलंबन सही’
इससे पहले दुर्गा शक्ति नागपाल के मुद्दे पर बढ़ते विवाद के बीच अखिलेश यादव अपनी बात पर अड़ गए हैं। उन्होंने दुर्गा के निलंबन को सही ठहराया है।अखिलेश ने कहा कि दुर्गा को खनन माफिया के खिलाफ कार्रवाई की वजह से नहीं, बल्कि एक धार्मिक स्थल की दीवार गिरवाने की वजह से निलंबित किया गया है।

जिले के डीएम ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि दुर्गा मौके पर पहुंची थीं और लोगों को समझाबुझा कर मामला शांत करा दिया था।रिपोर्ट के अनुसार दीवार खुद ग्रामीणों ने गिराई थी। लेकिन सीएम ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है।अखिलेश ने डीएम की तुलना में इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व वाले एलआईयू (लोकल इंटेलीजेंस यूनिट) की रिपोर्ट को ज्यादा तवज्जो दी है।सीएम के अनुसार एलआईयू की रिपोर्ट में दुर्गा शक्ति के आदेश पर दीवार गिराए जाने से सांप्रदायिक सौहार्द खराब होने की आशंका जताई गई थी।