मुजफ्फरनगर, 28 अगस्त। जानसठ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कवाल सहित क्षेत्र में आज तनावपूर्ण माहौल के बीच तीनों शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि अंतिम संस्कार के पश्चात मलिकपुरा गांव से लौट रहे सैंकडों युवकों ने कवाल में घुसकर लगभग डेढ दर्जन मकानों एवं दुकानों में तोडफोड़ व आगजनी की। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जहां लाठियां फटकारकर लोगों को भगाया, वहीं हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। घटना के पश्चात आला अधिकारियों ने मुजफ्फरनगर-बिजनौर मार्ग को सील करते हुए मुख्य मार्ग से मिलने वाले गांव के रास्तों पर पुलिस का पहरा बैठा दिया। एडीजी कानून व्यवस्था ने जहां मेरठ जोन के आला अधिकारियों के साथ मामले को लेकर मंत्रणा की, वहीं गांव में जाकर हालात का जायजा भी लिया। उन्होंने चेतावनी दी कि फिजां खराब करने वाले असामाजिक तत्वों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
आज सुबह आठ बजे ग्राम मलिकपुरा में विगत दिवस कवाल के लोगों के गुस्से का शिकार हुए सचिन एवं गौरव का हजारों लोगों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंतिम संस्कार के समय वहां मौजूद युवक इतने गुस्साये थे कि गणमान्य लोगों को उन्हें समझा बुझाकर बडी कठिनाई के साथ मनाना पडा। शमशान घाट में यह तय हो जाने के बाद कि विगत दिवस हुए नरसंहार के प्रकरण में आगामी 31 अगस्त को महापंचायत बुलाकर आगे की रणनीति तय की जायेगी। दोनों युवकों के शवों को मुखाग्नि देने के पश्चात लौट रहे सैंकडों युवक ग्राम कवाल के निकट पहुंचते ही एक बार फिर उबाल खा गये। इन युवकों ने कवाल में घुसकर लगभग डेढ दर्जन मकानों एवं दुकानों में तोडफोड शुरू कर दी। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन में हडकम्प मच गया। सूचना पाकर घटनास्थल पर दल-बल के साथ पहुंची निवर्तमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने तोडफोड में लगे लोगों को आक्रमकता के साथ भगाने के पुलिस को निर्देश दिये। पुलिस द्वारा लाठियां फटकारने के पश्चात तोडफोड कर रहे युवक भाग खडे हुए।
इस बीच पुलिस अधिकारियों को मुजफ्फरनगर-बिजनौर मार्ग पर नंगला कबीर गांव के निकट एक मोटरसाईकिल में आग लगाने तथा एक बस में तोडफोड करने की सूचना मिली, जिसके पश्चात आला अधिकारियों ने मुजफ्फरनगर-बिजनौर को सील करते हुए इस मार्ग पर पडने वाले गांवों के रास्तों पर भारी पुलिस बल बैठाकर किसी प्रकार शांति व्यवस्था को बहाल करते हुए जानसठ से मुजफ्फरनगर की ओर आने वाले वाहनों को खतौली की ओर डायवर्ट किया।
घटना के कुछ देर पश्चात ही गांव में आईजी मेरठ जोन ब्रजभूषण, डीआईजी मेरठ के. सत्यनारायण, मंडलायुक्त सहारनपुर सुधीर कुमार श्रीवास्तव सहित मेरठ जोन के आला अधिकारी कवाल पहुंच चुके थे।
उधर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अरूण कुमार ने जानसठ निरीक्षण भवन पर पहुंचकर आला अधिकारियों के साथ लगभग आधा घंटे तक मंत्रणा की। निरीक्षण भवन पर एडीजी कानून व्यवस्था से पूर्व सांसद अमीर आलम खां, उनके पुत्र विधायक नवाजिश आलम तथा वरिष्ठ सपा नेता राजकुमार यादव ने भी जनपद के वर्तमान हालात पर चर्चा की। इसके पश्चात पुलिस के आला अधिकारी कवाल भी पहुंचे तथा ग्रामीणों से शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की।