मुजफ्फरनगर। हिन्दू समाज के लोगों की गोपनीय बैठक में प्रशासन पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाते हुए आगामी 31 अगस्त को नंगला मदौड इंटर कॉलेज में हिन्दू सर्वजातीय महापंचायत आयोजित करने का निर्णय लिया गया। सिखेडा क्षेत्र के गांव नंगला मदौड स्थित इंटर कॉलेज में हिन्दू समाज के लोगों ने आज एक गोपनीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में कवाल के मामले में जिला प्रशासन पर एक तरफा कार्यवाही का आरोप लगाया गया। बैठक में मौजूद हिन्दू समाज के लोगों ने कहा कि प्रशासन की एकतरफा कार्यवाही का एकजुट होकर ही सामना किया जा सकता है। उनका कहना था कि सरकार के इशारे पर हिन्दू हितों का हनन किया जा रहा है। प्रशासन एक पक्ष के लोगों की बात सुन रहा है, जिसका एकजुट होकर मुंहतोड जवाब दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि हिन्दू समाज के लोगों का उत्पीडन कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बैठक में निर्णय लिया गया कि आगामी 31 अगस्त को नंगला मदौड स्थित इंटर कॉलेज में एक हिन्दू सर्वजातीय महापंचायत का आयोजन किया जायेगा, जिसमें प्रशासन की एकतरफा कार्यवाही के विरोध में कोई ठोस निर्णय लिया जायेगा। बैठक में उपस्थित हिन्दू समाज के लोगों ने तय किया कि महापंचायत को सफल बनाने के लिए आसपास के जनपदों में भी लोगों से जनसम्पर्क किया जाये। इसके अलावा सभी खापों के चौधरियों से भी सम्पर्क करके उन्हें पंचायत में शामिल होने का न्यौता दिया जाये।
मौलाना नजीर ने मुख्यमंत्री से वार्ता कर दी जानकारी
कवाल प्रकरण में आज मुस्लिम समाज के बुद्धिजीवियों की बैठक जानसठ स्थित मदरसे में हुई। बैठक में फैसला लिया गया कि मुस्लिम समाज की महापंचायत भी कवाल में 31 अगस्त को ही होगी। बैठक को मदरसे के मोहतमिम मौलाना नजीर ने कहा कि इस्लाम में किसी पर हमला करना जायज नहीं है, परन्तु अगर हमला दूसरी ओर से किया गया हो तो अपनी रक्षा के लिए कुछ भी करने की इजाजत है। उन्होंने कहा कि यदि प्रशासन ने मलिकपुरा में महापंचायत की इजाजत दी, कवाल में भी उसी दिन हर हाल में महापंचायत होगी। बैठक के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मोबाइल पर वार्ता के दौरान मुस्लिम महापंचायत के आयोजन से उन्हें भी अवगत कराया। दूसरी ओर पूर्व गृह राज्यमंत्री एवं पूर्व सांसद सईदुज्जमा के निवास पर नगर के मुस्लिम समाज की आयोजित बैठक में कांग्रेस नेता सलमान सईद ने अपने सम्बोधन में आशंका जताई कि मलिकपुरा का रास्ता कवाल से होकर गुजरता है। यदि प्रशासन ने महापंचायत की इजाजत दी तो गांव में एक बार फिर शांति को खतरा होना सम्भव है। उन्होंने कहा कि कल शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मौहल्ला खालापार स्थित फक्करशाह चौक पर इकट्ठा होकर प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा जायेगा, जिसमें अवगत कराया जायेगा कि यदि मलिकपुरा में महापंचायत हुई तो कवाल में भी महापंचायत होगी। बैठकमें जमीतुल उलेमा के मौलाना मेहरबान ने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा देश-प्रदेश और जिले के विकास के लिए जरूरी है।
कवाल प्रकरण में एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप, कोतवाली में जमकर हंगामा
कवाल गांव में मन्दिर में तोडफोड के बाद पीडित पक्ष के ही सात लोगों को हिरासत में लेने पर नगर पंचायत जानसठ के चेयरमैन यनेश तंवर ने अपने समर्थकों सहित कोतवाली में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। इस दौरान चेयरमैन की कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी से तीखी झडपे हुई। आज सवेरे गांव कवाल में फायरिंग के बाद एक मन्दिर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। पफायरिंग व मन्दिर को क्षतिग्रस्त कर देने से एकबार पफर गांव में तनाव बन गया। इसी बीच जानसठ नगर पंचायत के अध्यक्ष यनेश तंवर अपने समर्थकों के साथ कवाल पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि पूर्व प्रधन विक्रम सिंह, सोनू, रविन्द्र, सलेकचंद व प्रदीप आदि सात लोगों को पुलिस उठा ले गयी है। उनका कहना था कि उन्हीं का मन्दिर क्षतिग्रस्त हुआ तथा उन्हीं के पक्ष के लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। ग्रामीणों से भेंट करने के बाद यनेश तंवर अपने समर्थकों के साथ जानसठ कोतवाली पहुंचे। वहां उन्होंने एक पक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया। इस दौरान उनकी कार्यवाहक कोतवाली प्रभारी सत्यप्रताप से तीखी झडपे भी हुई। लगभग दो घंटों तक चेयरमैन व उनके समर्थकों की पुलिसकर्मियों से जद्दो-जहद होती रही। नगर पंचायत अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि एकपक्षीय कार्यवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
मलिकपुरा में सपा नेताओं को झेलना पडा विरोध
सपा नेताओं ने गांव कवाल और मलिकपुर पहुंचकर पीड़ित परिवारों को सांत्वना दी। मलिकपुर पहुंचे सपा नेताओं को पीड़ित परिवारों का जबरदस्त विरोध् झेलना पडा। राज्यमंत्री वीरेन्द्र सिंह, राज्यमंत्रीचितरंजन स्वरुप, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी व जिला महासचिव मेहराजुद्दीन तेवडा ने आज कवाल और मलिकपुर गांव में पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करके उन्हें सांत्वना दी। सपा नेता जब मलिकपुर में पीड़ित परिवारों के यहां पहुंचे, तो उन्हें जबरदस्त विरोध् का सामना करना पडा। पीड़ित परिवारों व ग्रामीणों ने उन्हें जमकर खरी-खोटी सुनाई। उनका कहना था कि उक्त मामले में एक तरपफा कार्यवाही की जा रही है।
saabhar:royalbulletin