कवाल की घटना को लेकर प्रदेश सरकार बेहद गंभीर
मुजफ्फरनगर। जानसठ क्षेत्र के गांव कवाल में गत दिवस लड़की छेड़ने को लेकर हुए विवाद में दो समुदायों के तीन युवकों की हत्या के बाद साम्प्रदायिक बवाल को शासन ने बड़ी गंभीरता से लिया है। आईजी, डीएम, एसएसपी व एसपी सिटी का तबादला करने के बाद एडीजीपी कानून व्यवस्था को स्थिति नियंत्रित करने के लिये भेजा गया। आज दोपहर लगभग 2 बजे एडीजीपी कानून व्यवस्था अरूण कुमार हैलीकॉप्टर से पुलिस लाइन के हैलीपेड पर उतरे। उनके साथ जनपद के नवागत एसएसपी सुभाषचंद दूबे भी लखनऊ से ही हैलीकॉप्टर में सवार होकर यहां पहुंचे, हैलीपेड पर सीओ सिटी संजीव वाजपेयी व सीओ मौहम्मद तारिक ने एडीजीपी व एसएसपी की आगवानी की। हैलीपेड पर एडीजीपी के लिये पुलिस विभाग की ओर से गाड़ी खड़ी की गई थी, लेकिन वह पैदल ही पुलिस लाइन मनोरंजन कक्ष तक पहुंचे और पुलिस गार्द की सलामी ली। इसी बीच जनपद के नवयुक्त जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा दिल्ली से टैक्सी में सवार होकर सीधे पुलिस लाइन पहुंचे और उन्होंने तब तक चार्ज भी नहीं लिया था। इसके बाद एडीजीपी कानून व्यवस्था अरूण कुमार ने मनोरंजन कक्ष के बराबर में बने ऑपिफस में सहारनपुर के मंडलायुक्त सुधीर कुमार श्रीवास्तव, नवागत जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा, एसएसपी सुभाषचंद दूबे, एडीएम वित्त/राजस्व राजेश कुमार श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट विंध्यवासिनी राय, सीओ सिटी संजीव वाजपेयी आदि अधिकारियों के साथ गोपनीय बैठक की और कवाल के घटनाक्रम के बारे में चर्चा की। थोड़ी के बाद ही सभी अधिकारी कवाल के रवाना हो गये और उन्होंने वहां खड़े मीडियाकर्मियों से बातचीत करने के इंनकार कर दिया। इस दौरान तीनों थानाप्रभारी भी मौजूद रहे।