पूर्व सेनाध्यक्ष वीके सिंह ने धमकी दी है कि अगर सीबीआई एक रिश्वत मामले में उनकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो वह इससे संबंधित सारे दस्तावेज सार्वजनिक कर देंगे।
जनरल (रिटायर्ड) सिंह ने दावा किया है कि उनके कार्यकाल में एक रिटायर्ड अधिकारी ने घटिया वाहनों की खेप को सेना में बेचने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी।
वीके सिंह ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘एक बार सीबीआई यह कह दे कि वह इस केस की जांच नहीं करेंगे। बस मैं तुरंत सारे दस्तावेज सार्वजनिक कर दूंगा।’
हाल ही में सीबीआई ने संकेत दिए थे कि वह सिंह की शिकायत वाली फाइल को बंद करने की तैयारी में है क्योंकि वह अब तक इस संबंध में पर्याप्त दस्तावेज मुहैया नहीं करा सके हैं।
सिंह ने दावा किया है कि उनके पास ऐसे दस्तावेज हैं, जिनसे रिटायर्ड अधिकारी और अन्य लोगों की साजिश की पोल खुल जाएगी।
सीबीआई ने पूर्व सेना प्रमुख से घटना का विस्तृत विवरण, संभावित गवाह और जरूरी दस्तावेज मांगे थे, लेकिन अभी तक जांच एजेंसी को इनमें से कुछ भी नहीं मिला है।
मगर सिंह का कहना है कि उन्हें नहीं लगता कि और ज्यादा दस्तावेजों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वह यह नहीं समझ पा रहे हैं कि आखिर उन्हें क्या चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘क्या वह मुझसे यह चाहते हैं कि मुझे अपने ऑफिस में खुफिया कैमरे लगाने चाहिए थे और हर आने-जाने वाला का वीडियो बनाना चाहिए। मुझे लगता है कि इसमें काफी कुछ गलत हो रहा है।’
सीबीआई को पिछले साल अप्रैल में जनरल (रिटायर्ड) सिंह ने कथित तौर पर रिश्वत की पेशकश करने की शिकायत मिली थी।
उन्होंने कहा था कि रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तेजिंदर सिंह ने 2010 में उन्हें रिश्वत की पेशकश की थी। हालांकि तेजिंदर सिंह ने यह आरोप सिरे से खारिज कर दिए थे।