CAT गड़बड़ी: यह जालसाज तो राजधानी का ही निकला
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट व कई बिजनेस स्कूल में दाखिले के लिए आयाजित होने वाली परीक्षा में खेल करने वाली कंपनी वेब वेवर्स का संचालक शजाउल हसन राजधानी का रहने वाला है। वह अमीनाबाद इंटर कॉलेज में कंप्यूटर टीचर है।
शजाउल ही इस कंपनी का कर्ता-धर्ता है। यह खुलासा इस बात से हुआ कि कंपनी उसकी पत्नी के नाम पर है। इस कंपनी के पास तीन साल से कैट की वेबसाइट www.catiim.in मेंटेन करने का जिम्मा है।
इस तरह यह साफ हो गया है कि शजाउल ही 80 स्टूडेंट्स के परसेंटाइल बढ़ाने के पीछे मास्टरमाइंड रहा है।
कई बड़े भी नपेंगे
कैट में सेंधमारी के मामले में वेब वेवर्स तो एक छोटी मछली है। इसके पीछे सफेदपोश, कोचिंग संचालक और बिजनेस स्कूलों के कुछ टीचर्स की भूमिका भी शक के दायरे में है।
इन्होंने ही संभवत: शजाउल हसन या फिर अफाक को लालच देकर सेंधमारी के लिए राजी किया और करोड़ों रुपये का खेल हुआ है।
हैरान हैं फेलो टीचर
शजाउल जिस कॉलेज में पढ़ाता था वहां के टीचर्स यह सच्चाई जानने के बाद हैरत में हैं। खास बात यह है कि इसी कॉलेज में उसके पिता भी टीचर थे। करीब 15 साल पहले शजाउल को कॉलेज में कंप्यूटर लैब का काम मिला था।
क्या कहना था धोखेबाज का
वेब वेवर्स के नाम आने के बाद भी वह कॉलेज आया था। साथियों से बातचीत में फर्जीवाड़े का सारा ठीकर अपने सहयोगी अफाक पर फोड़ते हुए शजाउल ने कहा था कि हम तो भरोसे में मारे गए।
घर में ताला, फोन नॉट रिचेबल
शजाउल का घर मोतीझील स्थित पीली कॉलोनी में है जहां इन दिनों ताला लटका पड़ा है। शजाउल के दो नंबर मिले हैं जिसमें एक संभवतः उसके घर का है दूसरा उसका पर्सनल है।
दोनों ही नंबरों पर बहुत देर तक घंटी बजती रही लेकिन किसी ने नहीं उठाया। बाद में एक नंबर किसी महिला ने उठाया भी तो उसने कोई सूचना नहीं दी।
बाद में दोनों ही नंबर्स पहुंच से बाहर थे।