नई दिल्ली। आलू बांड और हॉलीडे निवेश योजनाएं बंद कराने के बाद अब बाजार नियामक सेबी ने घी में निवेश के जरिये भारी रिटर्न का दावा करने वाली पोंजी स्कीम भी बंद करा दी है। घी उत्पादन के लिए मवेशियों की खरीद में निवेश की यह योजना चला रही एचबीएन डेयरीज एंड एलाइड लिमिटेड को सेबी ने निवेशकों के 1,100 करोड़ रुपये लौटाने को कहा है। कंपनी को निवेशकों की यह रकम ऑफर किए गए रिटर्न के साथ लौटानी होगी।
तत्काल प्रभाव से लागू हुए सेबी के आदेश के मुताबिक एचबीएन और इसके नौ निदेशक मौजूदा योजनाओं को बंद करने के अलावा इस तरह की कोई और स्कीम लांच नहीं कर सकेंगे। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कंपनी और इसके निदेशकों को 30 दिन के भीतर अपनी योजनाओं को बंद करने और निवेशकों की रकम रिटर्न सहित लौटाने की योजना सौंपने को कहा है।
सेबी की ओर से भेजे गए कारण बताओ नोटिस के जवाब में एचबीएन ने स्वीकार किया था कि उसने अब तक 1,100 करोड़ रुपये की रकम जुटाई है। कंपनी ने निवेशकों की यह रकम लौटाने की भी इच्छा जताते हुए इसके लिए सेबी से पर्याप्त समय की मांग की थी। अवैध तरीके से धन जुटाए जाने की शिकायत मिलने के बाद सेबी ने एचबीएन के खिलाफ फरवरी 2009 में जांच शुरू की थी।
पड़ताल शुरू होने पर पहले तो कंपनी ने अपनी योजना को सेबी में रजिस्टर कराने की कोशिश की, लेकिन जब कंपनी से विस्तृत जानकारी मांगी गई तो उसने अपना कार्यालय और फोन नंबर ही बदल लिए थे। स्कीम के मुताबिक लोगों को उनके निवेश पर रिटर्न पशुपालन और उससे हासिल होने वाले घी उत्पादों की बिक्री से दिए जाने का दावा किया गया था। इसके मुताबिक निवेशक जिस समय अपनी रकम निकालेंगे, उस समय उन्हें मवेशियों और घी की अनुमानित कीमत के हिसाब से रिटर्न दिया जाएगा। स्कीम के तहत एक महीने से नौ साल तक की अवधि के लिए निवेश के विकल्प दिए गए थे।