लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस युवराज राहुल गांधी के संसदीय क्षेत्र में संगठन को चाक-चौबंद करने की कवायद मंगलवार को शिद्दत के साथ दिखी। इसे अंजाम देने के लिए खुद राहुल गांधी और प्रियंका बाड्रा ने मोर्चा संभाला है।
मौका था संगठन के ब्लॉक व नगर अध्यक्ष बनने के इच्छुक नेताओं के इंटरव्यू का। राहुल और प्रियंका ने पद के दावेदारों से संगठन की मजबूती से जुड़े सवाल किए।
प्रियंका ने दावेदारों से दो टूक पूछा कि आप अध्यक्ष बनते हैं तो छह माह में संगठन को कैसे मजबूत करेंगे? इस दौरान अध्यक्ष बनने के इच्छुक लोगों की पारिवारिक, आर्थिक, शैक्षिक और राजनीतिक क्षमता का आकलन भी किया गया।
अमेठी संसदीय क्षेत्र में 11 वर्ष बाद किए जा रहे संगठन पुनर्गठन को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी अपनी बहन प्रियंका वाड्रा के साथ संजय गांधी गेस्ट हाउस पहुंचे।
करीब 12 बजे राहुल और प्रियंका ने संसदीय क्षेत्र के विभिन ब्लॉकों में अध्यक्ष पद की दावेदारी करने वालों में शार्टआउट किए गए नेताओं से मुलाकात शुरू की। पहला नंबर निजाम का था।
प्रियंका ने सवाल दागा कि मान लो आप अध्यक्ष हो तो आगामी छह माह में संगठन को कैसे मजबूत करोगे। राहुल ने सवाल किया कि आप अध्यक्ष क्यों बनना चाहते हैं।
निजाम के जाने के बाद सभी आने वाले दावेदारों से तकरीबन यही सवाल किए गए। राहुल-प्रियंका ने दावेदारों से यह जानने की भी कोशिश की कि उन्होंने कभी कोई चुनाव लड़ा या नहीं?
प्रियंका ने कई दावेदारों से पूछा कि क्या आपने कभी बीडीसी, डीडीसी या प्रधान के चुनाव में भी किस्मत आजमाई है। यदि नहीं तो क्यों?
मंगलवार को राहुल व प्रियंका की ओर से संगठन पुनर्गठन को अंतिम रूप देने की कोशिश का पहला दिन था। पहले दिन सलोन, तिलोई, बल्दीराय, अमेठी, संग्रामपुर, भेटुआ, छतोह, बहादुरपुर, मुसाफिरखाना, जामों व शाहगढ़ के दावेदार बुलाए गए थे। देर शाम तक चले साक्षात्कार में राहुल व प्रियंका 40 से अधिक दावेदारों से रू-ब-रू हुए।