दो बार सूबे की सबसे बड़ी पंचायत के सदस्य रह जनता की सेवा करने वाले पूर्व विधायक रविवार को जिला अस्पताल में इलाज के लिए तरस गए।
अस्पताल के अमले की लापरवाही के चलते पूर्व विधायक फर्श पर पड़े डेढ़ घंटे तक कराहते रहे, लेकिन किसी ने उन्हें भर्ती कर इलाज शुरू करने की जहमत नहीं उठाई।
मीडिया कर्मियों के पहुंचने पर अस्पताल प्रशासन हरकत में आया। आनन-फानन पूर्व विधायक को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। अब सीएमएस जांच की बात कह रहे हैं।
जनसंघ के नेता रहे भगौती प्रसाद
इकौना थाना क्षेत्र के मदारा गांव निवासी भगौती प्रसाद वर्ष 1967 से 1969 तक व 1969 से 1974 तक दो बार इकौना क्षेत्र से जनसंघ पार्टी से विधानसभा के लिए चुने गए थे। बीते माह भर से पूर्व विधायक भगौती प्रसाद (70) बुखार व हार्निया से पीड़ित हैं।
सूजने लगा शरीर, लेकिन नहीं आई मदद
चार दिन पहले परिजनों ने भगौती प्रसाद को बहराइच लाकर एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया, लेकिन रविवार सुबह पूर्व विधायक की हालत अचानक बिगड़ गई। उनके पैर व शरीर के अन्य अंगों में सूजन आ गई थी।
जिला अस्पताल में सुबह आठ बजे पूर्व विधायक को उनके बेटे राधेश्याम, गांधी व वंशीलाल लेकर पहुंचे, लेकिन डेढ़ घंटे तक अस्पताल कर्मियों ने उन्हें भर्ती नहीं किया।
घंटों बाद नसीब हुआ एक यूनिट खून
सोमवार को खबर प्रकाशित होने के बाद जिला अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और उन्हें प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया, लेकिन लापरवाही यहां भी खत्म नहीं हुई। पूर्व विधायक को सैंपल लेने के छह घंटे बाद एक यूनिट ब्लड नसीब हो सका।