मोदी की टीम में आडवाणी और सुषमा नहीं?

advani-modiनई दिल्ली।। बीजेपी के ‘मिशन 2014’ के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की टीम में पार्टी के सीनियर लीडर सुषमा स्वराज और लाल कृष्ण आडवाणी नहीं होंगे? सूत्रों के मुताबिक मोदी की अध्यक्षता वाली कैंपेन कमिटी में वेंकैया नायडू, नितिन गडकरी, अनंत कुमार, रामलाल, अमित शाह और अरुण जेटली को शामिल किया जाएगा। आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और सुषमा स्वराज को वरिष्ठता का तर्क देकर मोदी के नीचे नहीं रखा जाएगा। सोमवार को हुई बीजेपी की संसदीय बोर्ड की बैठक में कैंपेन कमिटी के सदस्यों के नाम की घोषणा नहीं की गई।

मोदी की उपस्थिति में हुई बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक में निर्णय किया गया कि आगामी लोकसभा चुनाव में ‘सुशासन और विकास’ को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाया जाएगा और इन मुद्दों को भटकाने का प्रयास कर रही कांग्रेस को ऐसा नहीं करने दिया जाएगा। इन दोनों मुद्दों पर जवाबदेही के लिए उसे ‘मजबूर’ किया जाएगा।

बैठक में मोदी और पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को अधिकृत किया गया कि वे चुनावी तैयारियों के लिए पार्टी की दो सूत्री रणनीति को सफल बनाने के वास्ते विभिन्न समितियों का गठन करें। दो सूत्री रणनीति में राजनीतिक और संगठनात्मक अभियान शामिल है।

पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद वरिष्ठ नेता अंनत कुमार ने यह जानकारी देते हुए बताया, ‘मोदी और राजनाथ सिंह को अधिकृत किया गया है कि ये दोनों मिल कर चुनाव का रणनीतिक ढांचा तैयार करके पार्टी के चुनावी अभियान को आगे बढ़ाएं।’

यह पूछे जाने पर कि क्या इस कार्य में पार्टी के और नेताओं की हिस्सेदारी नहीं होगी, उन्होंने कहा कि मोदी और सिंह बोर्ड के सभी सदस्यों से सलाह-मशविरा करते हुए इस कार्य को अंजाम देंगे। कुमार ने कहा, बीजेपी आक्रामक चुनावी मोड में आ चुकी है। चुनाव की तैयारियों पर नजर रखने और उसे आगे बढ़ाने के लिए बीजेपी संसदीय बोर्ड सहित इसके लिए बनायी जाने वाली विभिन्न समितियों की हर सप्ताह या दस दिन में बैठकें हुआ करेंगी।

मोदी और राजनाथ सिंह को चुनावों की तैयारी और प्रचार के लिए जिन समितियों का गठन करने की बोर्ड ने अधिकृत किया है उनमें चुनाव घोषणा पत्र बनाने वाली समिति, चुनाव प्रचार सामग्री बनाने वाली समिति, संसदीय चुनावी सभाओं का कार्यक्रम बनाने वाली समिति, संप्रग शासन के विरूद्ध आरोप पत्र तैयार करने वाली समिति और राजग के पूर्व शासन तथा वर्तमान में भाजपा शासित राज्यों की उपलब्धियों को बताने वाली समिति शामिल हैं। इन समितियों का अगले कुछ दिनों में गठन हो जाएगा।