इसे नरेंद्र मोदी का बढता प्रभाव कहें या स्वीकारिता , सोशल मीडिया पर मुसलमानों का पढ़ा लिखा एक तबका अब ये माने लगा है की रास्ट्रीय स्तर पर अगर कोई नेता अगर कुछ कर सकता है तो वो मोदी ही है, राजनातिक हवा बाजिओ से अलग ये अब एक आम राय बनती जा रही है की मोदी ही इस देश को अब मंदी, भ्रष्टाचार के गर्त से निकाल सकते हैं
इस राय से वो लोग भी इत्तेफाक रखते नजर आ रहे है जो प्रदेश स्तर पर क्षेत्रीय पार्टियों को चुनते आये है , उनका कहना है की मोदी विकास के प्रतीक है और चाह कर भी पुरे देश मैं गुजरात जैसा नहीं होने देंगे यही वो उम्मीद है जो मोदी को लोगो मैं लोकप्रिय बना रही है और उनके प्रधानमंत्री बन्ने की राह को आसान करती हुई दिख रही है अभी इसी कड़ी मैं पिछले दिनों ही कुछ लोगो ने मोदी के लिए रोजा रखने भी शुरू किया था जिसका सभी समाचार पत्रों मैं जिक्र भी हुआ था
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गौरतलब है मुसलमान को वोट प्रतिशत देश के टोटल वोट प्रतेशत का २० फीस्दी है और किसी भी दल को सत्ता प्रदान करने मैं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है बहराल ये वक़्त ही बताएगा की देश का मुसलमान मोदी को कितनी सहजता से अपना पायेगा.