नरेंद्र मोदी ने भाजपा के ‘मिशन-2014’ को परवान चढ़ाने के लिए पूरी तरह से कमर कस ली है।
बृहस्पतिवार को मोदी के नेतृत्व में हुई बैठक में कांग्रेस व यूपीए सरकार पर आक्रामक ढंग से हल्ला बोलने के लिए ब्लू प्रिंट तैयार हो गया है।
इसके मुताबिक भाजपा यह साफ करेगी कि उनकी पार्टी मुस्लिम विरोधी नहीं है। साथ ही अब तक देश में हुए दंगों का सच भी वह जनता के सामने रखेगी।
मोदी ने साफ कर दिया है कि वह कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक तेवर अपनाएंगे। इसके लिए भाजपा अगस्त तक बूथ स्तर तक जाकर कार्यकर्ताओं को एकजुट करने में जुटेगी।
भाजपा की सर्वोच्च नीति निर्धारक संस्था केंद्रीय संसदीय बोर्ड ने मोदी को चुनावी महाभारत को जीतने के लिए सभी फैसले लेने का अधिकार दे दिया। लोकसभा ही नहीं बल्कि आगामी पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की रणनीति भी मोदी के नेतृत्व में बनेगी।
खास बात यह है कि लालकृष्ण आडवाणी ने भी इस फैसले पर हामी भर दी है। सूत्रों के अनुसार चुनाव अभियान समिति अब लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राज्यों की प्रत्येक सीट के हिसाब से समीक्षा करेगी और चुनाव जीतने के लिए रणनीति तय करेगी।
लोकसभा और पांच राज्यों दिल्ली, मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के चुनावों के लिए रणनीति बनाने के लिए हुई इस बैठक में तय किया गया कि भाजपा 15 अगस्त तक सभी प्रदेशों में यूपीए सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी करेगी। एक हाथ में आरोप पत्र होगा तो दूसरे हाथ में भाजपा का विकास पत्र लेकर पार्टी जनता के बीच जाएगी।
बैठक में उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड समेत कई राज्यों की ताजा राजनीतिक हालातों पर भी चर्चा हुई। बैठक में पूर्व अध्यक्ष डॉ मुरली मनोहर जोशी और नितिन गडकरी को छोड़ बाकी सभी सदस्य मौजूद थे।
ये हो सकती है मोदी की टीम
भाजपा की केंद्रीय चुनाव अभियान समिति की कमान थाम रहे नरेंद्र मोदी की टीम में अनंत कुमार, रविशंकर प्रसाद, मुख्तार अब्बास नकवी, वरुण गांधी, राजीव प्रताप रूडी, थावरचंद गहलोत, रामलाल, जेपी नड्डा, धर्मेंद्र प्रधान, अमित शाह, सुधांशु त्रिवेदी शामिल हो सकते हैं।
महिलाओं में से स्मृति ईरानी अथवा सरोज पांडेय में से किसी एक को जगह मिल सकती है। इनमें से अधिकतर नेता इस बैठक में शामिल थे।