कमजोर ग्लोबल संकेतों, घरेलू स्तर पर वायदा और वैकल्पिक सौदों के निपटान और दिग्गज एफएमसीजी कंपनियों के नतीजे अच्छे न रहने के चलते घरेलू शेयर बाजार तगड़ी गिरावट का शिकार हुए।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 285.92 अंक गिरकर 20 हजार के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 19,804.76 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 83 अंक ढहकर 5,907.50 अंक पर रहा। एमसीएक्स-एसएक्स के एसएक्स-40 में 159.66 अंक गिर कर 11,829.16 अंक पर बंद हुआ।
बीएसई का मिडकैप 52.41 अंक घटकर 5,837.42 अंक पर और स्मॉलकैप 39.68 अंक नीचे 5,562.19 अकं के स्तर पर बंद हुआ।
एफएमसीजी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी आईटीसी के मुनाफे में गिरावट से बीएसई समूह में इस वर्ग पर बिकवाली का सबसे ज्यादा दबाव देखा गया। टेक और ऑटो को छोड़कर बीएसई के अन्य सभी वर्ग लाल निशान पर रहे। कारोबार की शुरुआत से ही बाजार कमजोर बने रहे।
बीएसई में कुल 2,443 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इसमें 850 लाभ में और 1,419 नुकसान में रहे, बाकी 174 में कोई बदलाव नहीं हुआ। सेंसेंक्स में आईटीसी के शेयर सबसे ज्यादा 4.57 फीसदी के नुकसान में रहे।
इसके साथ ही विप्रो, हिन्दुस्तान यूनि, टाटा पावर, सनफार्मा, टाटा स्टील, भेल, जिंदल स्टील, स्टरलाइट, आरआईएल, आईसीआईसीआई, एलएंडटी, महिंद्रा, कोल इंडिया, सिप्ला, रेड्डीज लैब, ओएनजीसी, हिंडाल्को, एचडीएफसी बैंक, एनटीपीसी, गेल इंडिया, एसबीआई, भारती एयरटेल, एचडीएफसी और मारुति सुजुकी के शेयर 0.12 से लेकर 4.01 फीसदी तक गिरे।
लाभ कमाने वाले शेयरों में हीरो मोटो कॉर्प 4.06 फीसदी, टाटा मोटर्स 0.79, टीसीएस 0.60 और बजाज ऑटो 0.04 फीसदी मुनाफे के साथ शामिल रहे।