फूड बिल पर कांग्रेस और एसपी में हो गई डील?

Mulayam-Soniaनई दिल्ली।। फूड सिक्यूरिटी बिल संसद में पास करवाने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह के बीच डील होने की रिपोर्ट है। पहले फूड सिक्यूरिटी बिल का विरोध कर रही एसपी ने यू-टर्न लेते हुए अब इसका समर्थन करने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, बदले में सीबीआई मुलायम सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामसे में क्लोजर रिपोर्ट लगा सकती है। यहां उल्लेखनीय है कि केंद्र ने एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश की आर्थिक सहायता 20% बढ़ा दी है।

मुलायम के खिलाफ आय से अधिक सपंत्ति मामले में याचिकाकर्ता विश्वनाथ चतुर्वेदी के मुताबिक, कांग्रेस के एक बड़े नेता ने उन्हें बताया है कि सीबीआई इस केस में अब क्लोजर रिपोर्ट फाइल करने जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि फूड सिक्यूरिटी बिल के लिए समर्थन पर कांग्रेस और मुलायम के बीच सौदेबाजी हुई है, जिसके बाद सीबीआई से उनका केस बंद करवाने को कहा गया है।

यूपीए सरकार इससे पहले उत्तर प्रदेश को केंद्रीय मदद में दरियादिली दिखा चुकी है। गुरुवार को योजना आयोग ने 2013-14 के लिए अखिलेश सरकार की 69, 200 करोड़ रुपये की मांग को मंजूर कर लिया। यह बिहार के बाद किसी राज्य को केंद्र की ओर से दिया गया सबसे अधिक अनुदान है। यह यूपी को पिछले साल मिले 57,800 करोड़ रुपये की तुलना में 20 पर्सेंट ज्यादा है।

अभी तक बिल का विरोध कर रही समाजवादी पार्टी ने अनुदान बढ़ने के बाद बाद शुक्रवार को इस पर पलटी मार ली थी। पार्टी के सांसद मोहन सिंह ने कहा था कि हम बिल का विरोध क्यों करेंगे? हम इसके समर्थन में है। जो भी मुद्दें हैं उन पर चर्चा और फैसला संसद में होगा।

सूत्रों के मुताबिक मॉनसून सेशन से पहले मुलायम सिंह यादव को आय से अधिक संपत्ति के मामले में सीबीआई से क्लीन चिट मिल सकती है। इस मामले में अदालत मुलायम की बहू और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव की संपत्ति को नहीं जोड़ने का निर्देश पहले ही दे चुकी है। सीबीआई केस बंद करने के लिए दलील देगी कि डिंपल की संपत्ति को बाहर निकालने के बाद मुलायम के खिलाफ केस नहीं बनता है।

सूत्रों की मानें तो डीएमके की राज्य सभा सांसद और 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में आरोपी कनिमोड़ी के खिलाफ भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नरम पड़ सकता है। सरकार को मॉनसून सेशन में फूड सिक्यूरिटी बिल समेत कई अहम बिल पास करवाने हैं। इसके लिए उसे एसपी और डीएमके के सहयोग की जरूरत है।