नौकरी के नाम पर लाखों का वारा-न्यारा
भूतपुरी, बिजनौर : गांव में नौकरी के नाम पर एक एनजीओ ने लाखों का वारा-न्यारा कर दिया। हर परीक्षार्थी से तीन से पांच हजार रुपये लिए गए। जब मामले ने तूल पकड़ा और मीडियाकर्मियों ने पूछताछ की तो एनजीओ के पदाधिकारियों ने यह राशि दान में मिलने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।
उत्तराखंड में पंजीकृत एक एनजीओ ने दो दिन पहले भूतपुरी गांव के एक निजी स्कूल में सुपरवाइजर बनाने के लिए परीक्षा आयोजित कराई। इस परीक्षा में पास होने वालों को अपने घर या आसपास में छोटे बच्चों को शिक्षित करना था। बच्चों को खेल एवं अन्य सामान दिए जाने की बात भी कही गई थी। इसमें करीब 250 महिला प्रतिभागी शामिल हुई। हर प्रतिभागी से दो से पांच हजार रुपये वसूले गए। जब इसकी भनक मीडियाकर्मियों को लगी तो कुछ लोग मौके पर पहुंच गए। इस संबंध में जब एनजीओ के लोगों से वार्ता हुई तो पहले तो उन्होंने दो से पांच हजार रुपये की राशि लेने से इन्कार कर दिया और मात्र 200 रुपये लेने की बात कही। इसके बाद उन्होंने कहा कि यह राशि सभी लोगों ने स्वेच्छा से दान दी है। हालांकि उत्तर प्रदेश अथवा भारत सरकार के किस विभाग की अनुमति से यह परीक्षा कराई जा रही है या फिर किस सरकारी अधिकारी ने इस परीक्षा का निरीक्षण किया तो इस संबंध में एनजीओ के पदाधिकारी चुप्पी साध गए। इस परीक्षा में एनजीओ ने लाखों का वारा-न्यारा कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने वाली दीक्षा, प्रियांशी, गीता, हेमलता, हिमानी, सोनम समेत कई महिलाओं ने परीक्षा के बदले में पैसा वसूलने की बात स्वीकारी है।