भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपनी बेबाक भाषा को लेकर विवादों में आ गए हैं। उन्होंने इस बार सिख धर्म की मर्यादा के उलट शब्दों का उपयोग कर मुसीबत बुला ली है। अब सिद्धू के खिलाफ सिख धर्म के सुप्रीम स्थान श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार की ओर से किसी समय भी सख्त कार्रवाई की जा सकती है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने कहा अभी तक सिद्धू के खिलाफ कोई लिखित शिकायत नहीं पहुंची है। शिकायत मिली तो वह इस मामले को पांच सिंह साहिबान की बैठक में रखेंगे। जो भी फैसला बैठक में होगा उसे लागू किया जाएगा। गत दिनों टीवी चैनल पर आने वाले एक कॉमेडी प्रोग्राम में सिद्धू ने गुरबाणी को लेकर कुछ शब्द बोल दिए। सिद्धू ने इस शो के दौरान शराब पीने के एक्ट पर कहा कि ‘क्या है नशा शराब का जो उतर जाए प्रभात, नाम खुमार नानका चढ़ी रहे दिन रात’। इससे पहले सिद्धू गुजरात में चुनाव प्रचार के दौरान विवादों में घिर गए थे। जिससे भाजपा के खिलाफ पटेल समुदाय का विरोध बढ़ गया था। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के खिलाफ भी कथित तौर पर गलत शब्दों का प्रयोग कर पूर्व क्रिकेटर सिद्धू विवादों में आ गए थे। कुछ साल पहले सिद्धू रूद्र यज्ञ में जनेऊ धारण करने के कारण विवादों में आ गए थे। सिख धर्म की मर्यादा के अनुसार सिख चाहे दुनिया में कहीं भी रहे या फिर किसी भी पार्टी से संबंधित हो, वह जनेऊ धारण नहीं कर सकता।