इराक की राजधानी बग़दाद और कुछ नजदीकी शहरों में हुए बम धमाकों में कम से कम 48 लोगों की मौत होने और क़रीब सौ लोगों के घायल होने की ख़बर है।
पुलिस के मुताबिक़ बग़दाद में 10 कार धमाके होने की ख़बर है।
पुलिस का कहना है कि बम कार में छिपा कर रखे गए थे।
पुलिस और चिकित्सा अधिकारियों के मुताबिक़ शिया बहुल ज़िलों में सुबह बाज़ारों और कार पार्किंग को निशाना बनाया गया।
देश के उत्तरी हिस्से से भी धमाकों की ख़बरें मिली हैं।
संवाददाताओं का कहना है कि इन धमाकों के पीछे अलक़ायदा से जुड़े सुन्नी चरमपंथी संगठनों का हाथ हो सकता है।
अप्रैल के बाद से हुए धमाकों में अब तक तीन हज़ार से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
इससे आशंका जताई जा रही है कि देश एक बार फिर सांप्रदायिक हिंसा और गृहयुद्ध की चपेट में चला जाएगा।
इराक़ में 2003 में हुए संघर्ष के बाद से ये साल सबसे रक्तरंजित रहा है।
बीबीसी अरबी सेवा के हद्दा सालेह का कहना है कि हाल के सालों में जुलाई के इस महीनें सबसे अधिक वारदातें हुई हैं।
इराक़ में 2006 और 2007 में उग्रवाद चरम पर था, लेकिन देश में हिंसा का स्तर घटा था।
वैसे जुलाई महीने में ही अबतक 700 लोग मारे जा चुके हैं।