आठ साल बाद आशियाना रेप केस में जगी उम्मीद
आशियाना दुराचार कांड में जेजे बोर्ड में नए साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए आरोपी पक्ष द्वारा सेशन कोर्ट में लगाई गई अर्जी सोमवार को खारिज करने के आदेश हुए।
इससे पीड़ित परिवार ने कुछ राहत जताई है। मालूम हो कि कोर्ट में अर्जी पर सुनवाई पिछले सप्ताह गुरुवार को पूरी हो चुकी थी, लेकिन फैसला सुरक्षित रखा गया था।
गौरतलब है कि आठ वर्ष पहले हुए आशियाना दुराचार कांड का मुख्य आरोपी उस वक्त बालिग था या नहीं, इसे लेकर जेजे बोर्ड में दूसरी बार मामला चल रहा है।
पहले आरोपी को बताया था बालिग
पहली दफा बोर्ड ने आरोपी को बालिग करार दिया था, लेकिन सेशन कोर्ट ने मार्च में बोर्ड को मामला फिर सौंपा और दो महीने में निर्णय देने को कहा था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। आरोपी पक्ष शुरुआती कुछ तारीखों में गैर-हाजिर रहा। साथ ही बोर्ड द्वारा तय तारीखों में उम्र संबंधी नए साक्ष्य न प्रस्तुत कर पाने के बाद और तारीख मांगी थी।
नए सबूत पेश करने को मांगा था वक्त
इससे इनकार करते हुए बोर्ड ने अंतिम बहस के लिए तारीख तय कर दी। इस पर आरोपी पक्ष ने सेशन कोर्ट में अर्जी देकर जेजे बोर्ड में नए साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए और समय मांगा था। जिसे सेशन कोर्ट ने सोमवार को खारिज कर दिया।
वहीं, मंगलवार को जेजे बोर्ड में अंतिम बहस के लिए तारीख तय की गई थी। माना जा रहा है कि अगर फाइल यहां पहुंच गई तो बहस होगी, अन्यथा इसे आगे बढ़ाया जाएगा। अगले कुछ दिनों में अगर जेजे बोर्ड में दी गई तारीखों पर अंतिम बहस हुई तो जल्द ही आरोपी की उम्र पर निर्णय आ जाएगा।