कांग्रेस और भाजपा दोनों ही नोएडा में खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के कारण सुर्खियों में आईं महिला आईएएस अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल के समर्थन में उतर आई हैं। दोनों राजनीतिक दलों ने ईमानदार महिला अफसर के खिलाफ की गई कार्रवाई की एकसुर में निंदा की है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा कि एक ईमानदार अफसर को समाजवादी पार्टी की सरकार की वोट बैंक की राजनीति का शिकार होना पड़ा है।
यहां तालकटोरा स्टेडियम में भाजपा महिला मोर्चा के सम्मेलन में इस घटना की निंदा करते हुए जेटली ने आरोप लगाया कि सपा सरकार लगातार वोट बैंक की राजनीति कर रही है। कांग्रेस ने भी महिला अफसर के निलंबन पर ऐतराज जताया है।
पार्टी महासचिव दिग्विजय सिंह ने फैसले की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि रेत माफिया उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में सरकारें चला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि रेत माफिया उत्तर प्रदेश में मौजूदा सरकार के तहत ही नहीं बल्कि पिछली सरकार के दौर में भी इसी तरह काम कर रहा था। यह वही रेत माफिया है जो मध्य प्रदेश में भी काम कर रहा है।
गौरतलब है कि गौतम बुद्ध नगर में एसडीएम के पद पर तैनात भारतीय प्रशासनिक सेवा की 2009 बैच की अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल को राज्य में अपनी प्रथम तैनाती के महज दस महीने बाद ही निलंबित कर दिया गया। वह नोएडा में खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के कारण पिछले दिनों चर्चा में आईं थीं।