नई दिल्ली एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन चलाने को लेकर आज अहम फैसला हो सकता है। इसे चलाने वाली कंपनी दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस प्रा.लि. (डीएएमईपीएल) ने एक जुलाई से इसे बंद करने की इच्छा जताई है। इस पर विचार करने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने आज बोर्ड की इमरजेंसी बैठक बुला ली है। इसमें तय किया जाएगा कि अगर डीएएमईपीएल इसका ऑपरेशन बंद कर देती है, तो अगला ऑपरेटर आने तक एयरपोर्ट लाइन को बंद किया जाए या फिर तब तक डीएमआरसी खुद इसे चलाए।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली मेट्रो के बोर्ड की पिछली बैठक 14 जून को हुई थी। आमतौर पर इतनी जल्दी बैठक नहीं होती, लेकिन यह इमरजेंसी बैठक एयरपोर्ट एक्सप्रेस मेट्रो लाइन की स्थिति पर विचार करने के लिए ही बुलाई गई है। डीएएमईपीएल का दावा है कि इस लाइन पर उसे लगातार नुकसान हो रहा है। डीएमआरसी द्वारा जारी एजेंडे के मुताबिक, अब डीएएमईपीएल ने मौखिक तौर पर दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों से कहा है कि वह 1 जुलाई से इस लाइन को बंद करना चाहती है। हालांकि ऑपरेशन बंद करने के बारे में डीएएमईपीएल की ओर से लिखित जानकारी नहीं दी गई है। लेकिन वह इस लाइन से पीछे हटने के लिए पहले ही दिल्ली मेट्रो को खत लिख चुकी है। अब उसने बीती 13 जून को फिर रिमांइडर देते हुए एयरपोर्ट लाइन चलाने की अनिच्छा दिखाई है। इसी मुद्दे पर डीएएमईपीएल के टॉप अफसरों और दिल्ली मेट्रो के एमडी मंगू सिंह ने बुधवार को शहरी विकास मंत्रालय के सचिव डॉ. सुधीर कृष्णा के साथ लंबी बैठक भी की, लेकिन इसका भी कोई नतीजा नहीं निकल सका। वैसे, दिल्ली मेट्रो और डीएएमईपीएल के बीच हुए एग्रीमेंट में यह शर्त है कि दोनों पक्षों में जिसकी वजह से यह कांट्रैक्ट रद्द होगा, उसे इसकी भरपाई करनी होगी।
क्या होगा? – बोर्ड बैठक में उन तथ्यों को रखा जा सकता है, जो डीएएमईपीएल ने आर्बिटेटर के समक्ष रखे हैं। इसमें एयरपोर्ट लाइन को लेकर दिल्ली मेट्रो और डीएएमईपीएल के बीच तय हुईं शर्तों को फिर तय करने की बात कही गई है। – लाइन चालू रखने के कुछ फॉर्म्युलों पर भी विचार किया जा सकता है। – अगर डीएएमईपीएल इस लाइन को छोड़ती है और डीएमआरसी इसे चलाती है, तो उसे ही डीएएमईपीएल पर चढ़ा करीब 2000 करोड़ रुपये का बैंक लोन भी चुकाना होगा।