भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के पार्टी प्रमुख राजनाथ सिंह को इस्तीफा भेजने के करीब हफ्ते भर बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पत्र के मजमून और तल्खी को लेकर चिंता जताई है।
सूत्रों के मुताबिक मोदी का दावा है कि इस इस्तीफे की वजह से भाजपा के लिए कई दिक्कतें खड़ी हुई हैं और उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी के साथ मंगलवार को हुई बैठक में भी यह मामला उठाया।
हालांकि, जोशी ने इस मामले में चुप्पी साधना बेहतर समझा और सिर्फ इतना कहा, ‘वह चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने पर आभार जताने आए थे।’
मोदी ने जोशी से मुलाकात के बाद आडवाणी से भी मुलाकात की और बताया जाता है कि यह बैठक सकारात्मक रही। इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी आडवाणी से मिलकर उन्हें इस्तीफे में लगाए गए आरोपों पर रुख स्पष्ट करने के लिए कह सकते हैं।
पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह इस बात से खफा हैं कि कांग्रेसी नेता अजय माकन, आडवाणी के इस पत्र को लेकर भाजपा पर हमला बोल रहे हैं।
माकन ने सोमवार को कहा था, ‘सबसे पहले मोदी को अपनी पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता की बात का जवाब देना चाहिए।’