जैसे-जैसे घंटे बीत रहे हैं, उत्तराखंड में फंसे हजारों लोगों की जान पर बन रही है।
मौसम विभाग ने रविवार शाम से प्रभावित इलाकों में बारिश शुरू होने की आशंका जताई है, लेकिन देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे दावा कर रहे हैं कि अगले 30 घंटे में वहां फंसे 32 हजार लोगों को सुरक्षित बचा लिया जाएगा।
देहरादून में शिंदे ने कहा, ‘अब तक कुल 73 हजार लोगों को बचाया गया, जबकि 32 हजार अब भी फंसे हैं। हमें उम्मीद है कि इन्हें अगले दो दिन में बचा लिया जाएगा।’
लेकिन इस दावे का दम भी वह खुद निकाल गए। शिंदे ने यह भी कहा कि भूस्खलन होने की वजह से अब भी बड़े हेलीकॉप्टर नहीं उतर पा रहे हैं और केवल दो लोगों की क्षमता वाले छोटे चेतक ही रिकवरी में लगे हैं।
ऐसे में यह सवाल चिंता पैदा करता है कि रविवार शाम तक 30 घंटे में इन 32 हजार लोगों को कैसे बचाया जाएगा।
गृह मंत्री कह रहे हैं कि राहत और बचाव काम में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं, क्योंकि बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंचने का जरिया ही नहीं मिल रहा है। और लक्ष्य तक पहुंचना मुश्किल है। हर घंटे में एक हजार लोगों को निकालना है, क्योंकि उसके बाद बारिश शुरू हो जाएगी।
मौसम विभाग की मानें तो रविवार शाम उत्तराखंड में कई जगह बारिश हो सकती है। खासतौर पर उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़ जैसे जिलों में गरज वाले बादल बन रहे हैं।
मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा के मुताबिक पूर्वानुमान अभी तक सटीक रहा है। आगामी रविवार 23 जून से 25 जून तक प्रदेश भर में हल्की बारिश रह सकती है, जबकि इसके पश्चात आने वाली 27 जून तक मध्यम बारिश की संभावना है।
ऐसे में यह साफ है कि बारिश शुरू होने के बाद हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाएंगे और ऐसे में वहां फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के अभियान पर गहरा असर होगा। सवाल बड़ा है और सरकार का जवाब सटीक नहीं है।