बाल-यौन शोषण की घटनाएं बहुत आम हो चुकी हैं। हर रोज हमारे देश में ही कितने ही ऐसे मामले आते हैं जिसमें बच्चों के शारीरिक शोषण की बात होती है। लेकिन आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि बाल-शोषण का पहला मामला 2000 साल पहले आया था।
रिकॉर्ड के मुताबिक पहला बाल-शोषण मिस्र में हुआ था। जहां लगभग दो साल के बच्चे के साथ दुर्व्यवहार किया गया था। भूगर्भ वैज्ञानिकों को अध्ययन के दौरान एक ऐसे बच्चे का कंकाल मिला है जिसकी हड्डियां जगह-जगह से टूटी हुई हैं। इसके अलावा भू-गर्भ वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मरने से पहले उसे सात बार शॉक भी दिया गया होगा।
भूगर्भ वैज्ञानिकों के अनुसार संभव है कि यह मिस्र की उस प्रथा का हिस्सा हो, जिसमें ऐसी मान्यता थी कि बच्चों को मजबूत होना चाहिए। मजबूत बनाने के लिए उन पर तरह-तरह के प्रयोग किए जाते थे।
मिस्र के दाखलेह ओआसिस से मिले इस कंकाल को बाल-शोषण्ा का पहला रिकॉर्डेड मामला माना जा रहा है। कंकाल की कलाई, पसली, कूल्हे और पीठ की हड्डी टूटी हुई है।
यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल फ्लोरिडा की बायो आर्कियोलॉजिस्ट सांड्रा व्हीलर ने बताया कि टीम को कई बच्चों के कंकाल मिले हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि चोट देखकर दरिंदगी का एहसास होता है लेकिन अभी तक ये पता नहीं चल सका है कि बच्चे की मौत का कारण क्या रहा होगा।