चीन की मीडिया में इस तरह की खबरें हैं कि उत्तरी चीन में एक प्रतिद्वंद्वी बालविहार( स्कूल) के मालिक ने दूसरे बालविहार की लड़कियों को ज़हरीला दही खिलाया, जिससे दो लड़कियों की मौत हो गई।
इन लड़कियों को कथित तौर पर जो दही खिलाया गया, उसमें चूहे मारने की दवा मिली थी।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ का कहना है कि हिबेबी प्रांत में 24 अप्रैल को लड़कियों ने दही खाया, उसके बाद उनके मुंह से झाग निकलने लगा।
बताया जा रहा है कि बालविहार के मालिक ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है कि उसने इसलिए लडकियों को ज़हर दिया क्योंकि दोनों स्कूलों एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में थे और अपने स्कूल में ज़्यादा से ज़्यादा बच्चे भर्ती करना चाहते थे।
इस साजिश में कथित तौर पर मदद करने वाले एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ का कहना है कि लड़की की दादी को सड़क के किनारे पड़ी स्कूली किताबों के साथ दही मिला।
वो इसे घर लें आईं और उन्होंने इसे स्कूल से लौटने वाली लड़कियों को खाने के लिए दिया।
बाद में दूसरे स्कूल के प्रमुख ने स्वीकार किया किया उसने उस दही में चूहे मारने की दवा मिलाई थी क्योंकि दोनों स्कूल इस होड़ में थे, कि वो ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों को अपने स्कूल में खींच सकें।
चीन में हाल के वर्षों में दूषित खाद्य और दवा से जुड़े कई चौंकाने वाले मामले सामने आए है।
सबसे बुरी घटना पांच साल पहले हुई थी जिसमें हज़ारों बच्चे को दूषित दूध पाउडर पीने के बाद बीमार पड़ गए थे।
इस मामले में पाया गया कि दूध में प्रोटीन का स्तर बढ़ा दिखाने के लिए मेलामाइन रसायन को पाउडर में डाला गया था।
इस विषाक्त दूध के चलते छह बच्चों की मौत हो गई थी और इसके लिए ज़िम्मेदार पाए गए दो लोगों को मौत की सजा दी सुनाई गई।